एस्ट्रो निशांत : कतर में फांसी की सजा पाए नेवी ऑफिसर्स के साथ होगा ये..!
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक सफल भविष्यवाणी कर चुके एस्ट्रो निशांत ताम्रकार (+917974939026) बता रहे हैं कि कतर में जिन भारतीय नेवी ऑफिसर्स को फांसी की सजा सुनाई गई है उनके साथ आगे क्या हो सकता है..?
एस्ट्रो निशांत के ही शब्दों में उनका विश्लेषण शब्दशः प्रस्तुत है…

नमस्कार मित्रो,
एक महत्वपूर्ण विषय चर्चा में है।
8 भारतीय नेवी ऑफिसर को कतर में फांसी की सजा दी गई है।
हम इस विषय को जानने का प्रयास करते हैं , की क्या भारत का हस्तक्षेप इनकी सजा में कोई परिवर्तन कर सकता है?
28 अक्टूबर 2023
22:12
पनागर
मिथुन लग्न का उदय हुआ है और जिस वक्त हम बात कर रहे हैं ग्रहण काल चल रहा है।
यदि हम इसे भारत के नागरिक के आधार पर देखें तो चौथे भाव का मालिक बुध है और वह राहु के नक्षत्र में है।
बुद्ध के आगे मंगल इन सैनिकों के सामने की परेशानी को दिखाता है इसका मतलब है कि इन्हें मुक्त कराना या उनके लिए सहयोग के हालात उत्पन्न करना आसान नहीं होगा।
हम इसमें देखने का प्रयास करते हैं कि क्या इस आदेश पर स्टे प्राप्त हो अथवा कोई अन्य परिवर्तन हो सकता है क्या?
तीसरे भाव का स्वामी सूर्य है जिसका की पांचवें भाव के स्वामी शुक्र के साथ परिवर्तन है। यह इस मामले में भारत सरकार के हस्तक्षेप और दूसरे देशों के हस्तक्षेप के संकेत को भी दिखाता है।।
यह परिवर्तन होना ही अपने आप में उस सजा की कार्रवाई में रुकावट पैदा करने के लिए पर्याप्त है।
तीसरे भाव का उपस्वामी बुद्ध है जिसका संबंध चौथे भाव से और दसवीं भाव से बन रहा है।
राहु से बनने वाले इस संबंध के कारण मंगल की उपस्थिति भी आवश्यक रूप से देखी जाएगी और मंगल छठे भाव का प्रभाव दे रहा है।
इसका मतलब है कि इस पर वापस सुनवाई होना चाहिए..
क्योंकि नवम भाव का शनि वक्री है जो इस आदेश में अपने कदमों को पीछे लेने का संकेत देता है वहीं नवम भाव का उपस्वामी बुध है जो की 12वीं भाव से कनेक्ट है।
जिस तरह की स्थितियां मुझे दिख रही हैं
मेरे आकलन में फांसी का यह आदेश स्थगित या पुनर्विचार के रूप में परिवर्तित होना चाहिए।।
क्योंकि लग्न कुंडली में लग्न के उप नक्षत्र स्वामी का संबंध अष्टम भाव में शनि से बन रहा है इसलिए बहुत अधिक राहत तो इन्हें नहीं मिलेगी ,लेकिन फांसी की सजा में रियायत होना चाहिए।
यह मेरा आकलन है अंतिम निर्णायक ईश्वर है।
धन्यवाद।
