सुरेंद्र किशोर : अंग्रेजी भारत का सत्य.. स्वतंत्र भारत असत्य…
एक असत्य
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गत अगस्त में कहा कि जब अंग्रेजों ने भारत छोड़ा,तब हमारे देश की क्षमता सूई बनाने तक की भी नहीं थी।
सब कुछ प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बाद में किया।
असलियत
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मैं सिर्फ बिहार की चर्चा करूंगा।
नौसरवान जी टाटा ने 26 अगस्त, 1907 को अविभाजित
बिहार में बड़े स्टील उद्योग की स्थापना की।
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1933 में डालमियानगर (रोहतास,बिहार)उद्योग आर.के डालमिया ने खड़ा किया।
टाइम्स आॅफ इंडिया के मालिक थे।बाद में अखबार जैन के पास गया।
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पटना इंजीनियरिंग काॅलेज की स्थापना सन 1932 में हुई।
क्या इस इंजीनियरिंग काॅलेज में सन 1947 से पहले ढोलक -झाल बजाने की
कला सिखाई जाती थी ?
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बिहार के ही सारण जिले के मढ़ौरा में मार्टन टाॅफी का कारखाना अंग्रेजों ने स्थपित किया था।वहां कुछ अन्य कारखाने तभी से थे।
वह टाॅफी ब्रिटेन तक जाती थी।
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आप गुगल में जाइएगा तो आपको पता चल जाएगा कि 1947 से पहले भी इस देश में कितने उद्योग धंधे फल -फूल रहे थे।
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महाराष्ट्र के एक कांग्रेसी नेता ने बहुत पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को अनपढ़-गंवार कहा था।
यह कांग्रेसी नेता खुद तो पढ़े-लिखे हैं।गुगल गुरु के दर्शन जरूर करते होंगे।
जरा खड़गे साहब को भी कुछ कहिए।
मैं तो यहां खड़गे साहब को कुछ नहीं कह रहा हूं।
