राजीव मिश्रा : बारिश नहीं हो रही है, मोदी इस्तीफा दो!
पब्लिक अगर सिर्फ इतना समझ ले कि सरकार का काम क्या है, तो कोई भी आकर हमें मूर्ख नहीं बना जायेगा.
सरकार के सिर्फ तीन फंक्शन हैं…सरकार का काम है भीतरी और बाहरी आक्रमण से आपके जीवन की रक्षा करना. सरकार का काम है आपकी स्वतंत्रता की रक्षा करना… कि आप भय और एक्सटोर्शन से मुक्त होकर जो भी चाहे व्यवसाय कर सकें और पैसे कमा सकें. सरकार का काम आपकी संपत्ति के अधिकार की रक्षा करना है, यानि कोई डाकू और लुटेरा आकर आपके पैसे छीन न ले.
अब उस पैसे से आपको बाजार में जितने टमाटर मिलते हैं, खरीद कर खाइए. सरकार का काम आपको सस्ता टमाटर खिलाना नहीं है. टमाटर जिसने उपजाए हैं, जिसने स्टोरेज में रखा है, और जो बाजार में बेच रहा है उसकी संपत्ति है. सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि यह तय करे कि वह टमाटर कितनी कीमत में बेचेगा.

जिसका जो काम है उससे उतना ही काम लें. बढ़ई से बाल कटाएंगे और फिर शिकायत करेंगे कि अच्छे से नहीं काटा.
बारिश नहीं हो रही है, मोदी इस्तीफा दो!
कहने को तो कहने वाले यह भी बोल ही सकते हैं. पर बारिश करवाना सरकार का काम नहीं है. समझ लें, वैसे ही टमाटर के दाम तय करना भी सरकार का काम नहीं है. टमाटर के दाम इसलिए बढ़ते हैं कि आप टमाटर कम खाएं, सिंपल! सप्लाई कम हो गई है तो कीमतें बढ़ गई हैं. कीमतें बढ़ी ही इसलिए हैं कि डिमांड कम हो जाए. किसी भी चीज की कीमत का यह सरल गणित है. सप्लाई और डिमांड के बीच बैलेंस बिठाने का और कोई तरीका हो ही नहीं सकता. अगर सरकार चाहे तो टमाटर के दाम फिक्स कर दे सकती है लेकिन उससे टमाटर सस्ता मिलने नहीं लग जायेगा. बस, मिलना बन्द हो जायेगा और मार्केट से गायब हो जायेगा.
और अगर कोई टमाटर की जमाखोरी करता है तो अर्थशास्त्र की दृष्टि से यह भी कोई अपराध नहीं है. वह उसके टमाटर हैं, उसकी मर्जी बेचे या ना बेचे, या कैचप बनाए या सॉस. मुझे खरीदना है तो खरीदूंगा, नहीं पोसाएगा तो नहीं खरीदूंगा. हम नहीं खरीदेंगे तो वह झक मार के टमाटर सस्ता करेगा. एक नहीं सस्ता करेगा, दूसरा सस्ता करेगा. इस तरह से बढ़ी हुई कीमतें मीडिया स्टंट के अलावा कुछ भी नहीं हो सकतीं और इनका पॉलिटिकल यूज छोड़कर और कोई यूज नहीं हो सकता.
कीमतें बढ़ती घटती रहती हैं जैसे समुंदर में लहरें आती हैं, जैसे बादल छाते हैं, बारिश होती है और धूप निकलती है. जैसे मौसम को कंट्रोल करना सरकार का काम नहीं है वैसे मार्केट को कंट्रोल करना सरकार का काम नहीं है. सरकार का काम अर्थव्यवस्था को मुक्त छोड़ना है, जिससे अर्थव्यवस्था समृद्ध हो और लोगों की क्रय शक्ति बढ़े. अगर लोगों की कुल क्रय शक्ति कम हो रही हो तो उसके लिए सरकार की आर्थिक नीतियां जिम्मेदार हो सकती हैं. लेकिन पूरे मार्केट में किसी एक चीज की कीमत बढ़ना या घटना सरकार की जिम्मेदारी नहीं होती.
