NRI अमित सिंघल : मोदी सरकार के कारण महत्वपूर्ण घटनाक्रम आपके, हमारे घरो के अंदर घटित हो रहा..
कई बार हम लोग मोदी सरकार की उपलब्धियों को निर्धनता उन्मूलन, आतंकियों से निपटना, अनुच्छेद 370 एवं 35A हटाना, बैंक NPA एवं भ्रष्टाचार में कमी लाना, उत्तम रेल, सड़क, बंदरगाह एवं हवाई इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना, राम मंदिर निर्माण, केदारनाथ-बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास इत्यादि के सन्दर्भ में आंकते है।

लेकिन इन सब से भी महत्वपूर्ण घटनाक्रम आपके, हमारे घरो के अंदर घटित हो रहा है।
सोशल मीडिया से स्पष्ट है कि केरल स्टोरी देखने के बाद माता-पिता अपने बच्चो, विशेषकर किशोरियों, से सनातन धर्म के बारे में संवाद कर रहे है। साथ ही दूषित विचार के साथ छल-प्रपंच, क्रूरता, वहशीपना निर्दोष पीड़ितो के बारे में बतला रहे है।
मेरा मानना है कि समाज में बदलाव तभी संभव है जब परिवार में जागरूकता आए।
जब हमारे त्योहारो के ठीक पूर्व कभी कपड़ा धोने का डिटर्जेंट, कभी ज्वेलरी के विज्ञापनों इत्यादि के द्वारा सनातनी आस्था पे चोट की जाती है; हमारे आराध्यो के जीवन का भद्दा, द्वेषपूर्ण एवं शरारती मंचन किया जाता हो; तो एक तरह से हमारे परिवार, हमारी आस्था के मूल्यों पर चोट की जा रही थी।
जैसे पूर्व में वहशी अक्रान्ताओ ने हमारे मंदिरो को खंडित किया गया था; ठीक वैसे ही हमारे मूल्यों को पिछले कुछ दशकों से खंडित किया जा रहा था। और इस विखंडन को सेकुलरिज्म के नकली मुखौटे के नाम पर प्रमोट किया जाता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बड़ी उपलब्धि यह है कि अब केरल स्टोरी, कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मे ना केवल बन रही, बल्कि रिलीज़ भी हो रही है और भारी लाभ कमा रही है।
अगर कोई अन्य सरकार होती तो ऐसी फिल्मे कभी बन ही नहीं सकती थी। अगर बन जाती तो रिलीज़ नहीं होती। उन्हें सेंसर, कोर्ट-कचहरी के मकड़जाल में फंसा दिया जाता।
क्या हम अपने अपने गौरव की, अपने वैभव की पुनर्स्थापना परिवार के अंदर बिना एक सार्थक संवाद कर सकते है?
इस पारिवारिक संवाद को सुलभ बनाने के लिए मोदी सरकार को क्रेडिट नहीं दिया जाना चाहिए?
