7 एकड़ में बने स्टेडियम की उपयोगिता बढ़ाने दिया गया सुझाव…

1996 में बने इंदिरा स्टेडियम का निर्माण क्षेत्र की जनता को प्रदूषण से भरे शहर में एक बड़ी सौगात थी। 7 एकड़ में फैले खेल परिसर के रूप में विकसित इस स्टेडियम की दर्शक संख्या 75 हजार है। सारी सुविधाएं के साथ स्टेडियम में क्रिकेट व फुटबाल के रात्रिकालीन मैच भी कराए जा सकते हैं। साथ ही इंटरनेशनल स्तर का लॉन टेनिस, बॉस्केटबाल, वॉलीबाल कोर्ट का निर्माण कराया गया है लेकिन इसकी उपयोगिता टी.पी. नगर में गुजरने वाले भारी वाहनों के कारण कम हो गई है। टीपीनगर स्थित प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम परिसर शहर का सबसे बड़ा और एकमात्र खेल परिसर हैं। लगभग आधा शहर यहां रोजाना सुबह और शाम को अलग-अलग खेल गतिविधियों के लिए पहुंचते हैं।

इंदिरा स्टेडियम जाने के लिए डीडीएम रोड से मार्ग

खोलने खेल संघों और पार्षदों ने रखी मांग

इसी को ध्यान में रखते हुए करोड़ों की लागत से बने इंदिरा स्टेडियम की उपयोगिता बढ़ाने और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए डीडीएम स्कुल रोड से स्टेडियम जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग खोलने की मांग की गई है। जिले के सभी खेल संघों की ओर से जिला ओलंपिक संघ कोरबा और पुराने कोरबा के पार्षदों श्री दिनेश सोनी, रवि सिंह चंदेल, संतोष राठौर, श्रीमती आरती विकास अग्रवाल, सुफल दास सहित बाक्सिंग संघ के सचिव नूतन सिंह ठाकुर ने नगर निगम आयुक्त और महापौर को पत्र लिखकर खिलाड़ियों और पुराने कोरबा के नागरिकों को स्टेडियम जाने के लिए सुविधाजनक मार्ग देने की मांग किया है।

टीपी नगर से होकर स्टेडियम जाना किसी जोखिम से कम नहीं है। भारी वाहनों के आवागमन और प्रदुषण के कारण अधिकांश लोग इंदिरा स्टेडियम नहीं जाना चाहते। करोड़ों का स्टेडियम और खेल सुविधाएं बेकार होता जा रहा है। डीडीएम रोड से मार्ग खोलने पर पुराने शहर के लोग आसानी से स्टेडियम का लाभ ले सकेंगे। यातायात का दबाव डीडीएम रोड पर नहीं है साथ ही आसान पहुंच मार्ग है जिससे बच्चे भी स्टेडियम जाकर खेल सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। सभी खेल संघों की ओर से ओलंपिक संघ के सचिव सुरेश क्रिस्टोफर ने आगामी खेल दिवस के पूर्व दूसरा रास्ता खोलने की मांग किया है।