ओम लवानिया प्रोफेसर : अनुराग कश्यप साहब कह.. कांतारा और पुष्पा सरीखे कंटेंट इंडस्ट्री को बर्बाद कर रहे…
अनुराग कश्यप साहब कह रहे है कि कांतारा और पुष्पा सरीखे कंटेंट इंडस्ट्री को बर्बाद कर रहे है।
100 प्रतिशत खरी बात है सहमत हूँ।
ऐसे कंटेंट कतई न बनने चाहिए।
सभी ने आगे आकर विरोध करना चाहिए, ताकि पुष्पा 2 व कांतारा जैसे कंटेंट फ्लोर पर न जाए। इंडस्ट्री को बचाने के लिए काश्यप बंधुओं को मनाना चाहिए। पूरी ज़िम्मेदारी इन दोनों भाइयों पर डालनी चाहिए। जिससे बेशर्म और बॉम्बे वैल्वेट की तरह अवॉर्ड विनिंग कंटेंट बने और आगे आए। इनसे इंडस्ट्री को संभाला जा सके।
रणबीर कपूर भी पागल है इसे कंटेंट परखने की काबलियत न है। तभी तो बचकाना बयान दे रहा है सऊदी के रेड सी फ़िल्म फेस्टिवल में कहता है ‘बॉम्बे वेलवेट बुरी फ़िल्म थी’। बन्दे का घमंड झलक रहा है। बॉम्बे वेलवेट से भविष्य के सुपरस्टार की ओर राह लेने के बाद फ़िल्म को बुरा बतला रहा है।
इतने जीनियस कंटेंट का अपमान हम न सहेंगे।
अभिनव कश्यप ने तो बेशर्म के बाद लेखन से तौबा कर लिया है। अगर पुनः इतना कालजयी कल्ट कंटेंट लिख दिया तो इतनी सफलता को कहाँ रखेंगे।
दबंग का क्रेडिट तो सल्लू और अरबाज ने ले लिया।
कश्यप ने भी जाने दिया, बच्चे है थोड़ा स्टारडम ले लेंगे। क्या हो जाएगा…बाक़ी कश्यप बंधुओं की सख्त जरूरत है मोदी जी को संसद से विधेयक पास करवाना चाहिए। कि अनुराग और अभिनव को तुरंत प्रभाव से फ़िल्म मेकिंग में लौटना चाहिए…मेरा पूरा समर्थन है कि अनुराग कांतारा व पुष्पा जैसे कंटेंट को धराशाई करें।
बेस्ट ऑफ लक।
