CSEB : सेवा निवृति आयु 64/65 किए जाने से मंडल को करोड़ों रुपयों की बचत के साथ होंगे ये लाभ…

इससे अनुभवी टीम मिलने से जहां उत्पादन में गति आएगी तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश शासन पर  आने  वाला वित्तीय भार भी कम हो जाएगा क्योकि रिटायरमेंट  पर  दी जाने  वाली एकमुश्त  राशि प्रदेश के विकास हेतु शासकीय  ख़ज़ाने में उपलब्ध  रहेगी।

वर्तमान परिवेश में अनुभवी एवं दक्ष विद्युत विभाग में अधिकारियो  एवं कर्मचारियों का अभाव होने से सतत विद्युत् उत्त्पादन , पारेषण एवं विद्युत् वितरण में कंपनी को अतिरिक्त अधिकारियों  एवं कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ रही हैं, उस से निपटने के लिए कंपनी ने संविदा स्तर पर नियुक्तियां देना प्रारम्भ किया है। परंतु  अनुभव के अभाव में संविदा पर नियुक्त कर्मचारी कार्यो को कुशलता से सम्पादित नहीं कर पा रहे हैं, जिससे  कंपनियों को काफी राजस्व  की हानि हो रही है। इधर बता दें कि विद्युत् की मांग दिनोदिन बढ़ती ही जा रही है।

कोरबा पश्चिम  में स्थापित  210MW की चार यूनिट्स हैं जो वर्ष 1986 ,1987 एवं 1988 से सतत विद्युत्  रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन कर रही है और इसके पीछे तेजतर्रार, अपने कार्य में दक्ष कर्मचारियों-अधिकारियों का अथक परिश्रम लगा हुआ है। सामान्यतः इन यूनिट्स की उत्पादन करने की आयु 35/40 वर्ष रहती है।

4×50 MW एवं 2×120MW की यूनिट्स बंद कर दी गई है। कुछ संयत्र ( कोरबा पश्चिम 4×210)अपनी आयु पूर्ण कर चुके हैं एवं नए संयंत्रों  के निर्माण के लिए स्वीकृति  मिलना लंबित हैं। ऐसे विषम परिस्थितियों में प्रदेश में  इन संयंत्रों से विद्युत्  उत्पादन, पारेषण एवं वितरण  अनुभवी अधिकारियो एवं कर्मचारियों  द्वारा करवाया जाना नितांत आवश्यक  है। अतएव सेवाकाल को 2 वर्ष बढ़ाया जा सकता है।

इससे अनुभवी टीम मिलने से जहां उत्पादन में गति आएगी तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश शासन पर  आने  वाला वित्तीय भार भी कम हो जाएगा क्योकि रिटायरमेंट  पर  दी जाने  वाली एकमुश्त  राशि प्रदेश के विकास हेतु शासकीय  ख़ज़ाने में उपलब्ध  रहेगी।

बिजली कंपनी में सेवानिवृत्त संबंधी शर्तों में किए गए बदलाव से बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। सबसे बड़ा लाभ तो बिजली कंपनी को ही होगा क्योंकि नए बैच में शामिल हो रहे लोगों के पास फील्ड में काम करने का कोई अनुभव नहीं होता, जिसका नुकसान बिजली कंपनी को उठाना पड़ता है लेकिन सेवानिवृत्ति की आयु 64 से 65 वर्ष किए जाने से अनुभवी दक्ष लोगों के कार्य का लाभ बिजली कंपनी को मिलेगा।

वैसे भी प्रदेश एवं सम्पूर्ण भारत में सभी डॉक्टरर्स की सेवा निवृत्ति आयु 65 वर्ष हैं, इंजीनियर भी राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर  रहते है।

बता दें कि रमन सरकार  द्वारा उक्त  तथ्यों  को दृष्टिगत रखते हुए रखते हुवे प्रदेश के समस्त  शासकीय  सेवाओं में कार्यरत  अधिकारियों एवं कर्मचारियों की अधिवार्षिकी आयु को 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष किया गया था।

 

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