निगम के पूर्व उपसभापति मनकराम का भ्रष्टाचार पर प्रहार.. दो गिरफ्तार
कोरबा। नगर निगम कोरबा में काम कर रहे ठेकेदारों के लिए भुगतान की स्थिति ठीक नहीं है। जिम्मेदार अफसर भेदभाव करते हैं। किसी के एक करोड़ के काम का 80 लाख पेमेंट हो जाता है तो किसी का 10 से 20 लाख। किसी ठेकेदार को एक माह पूर्व तक का पेमेंट मिल जाता है तो किसी को काम होने के बाद भी ही नहीं मिलता.. अपने काम के होने के बाद भुगतान के लिए लगातार चक्कर लगा रहे एक ठेकेदार ने व्यथित होकर ACB से शिकायत की।
शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिले में आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार को अचानक दर्री नगर निगम कार्यालय में रेड मारी, इस दौरान ACB की टीम ने सहायक यंत्री और उपयंत्री को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
आज एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने नगर पालिक निगम के दर्री जोन में दबिश देकर पूर्व पार्षद-उपसभापति प्रार्थी मनक साहू निवासी वार्ड क्रमांक-15 ढोढ़ीपारा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए डी.सी. सोनकर ए.ई. व देवेन्द्र स्वर्णकार एसई नगर निगम दर्री जोन कोरबा को गिरफ्तार किया है।
घटना इस प्रकार है कि आरोपी डी.सी. सोनकर ने नगर निगम क्षेत्र कोरबा में प्रार्थी ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य से सम्बंधित उपयोग भुगतान किए गए रनिंग बिल व फाइनल बिल की राशि करीब 21 लाख रुपये में से 2 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई थी जो कुल 42000 रुपये होती थी।
प्रार्थी द्वारा इस बात की शिकायत एसीबी बिलासपुर में किए जाने पर शिकायत का सत्यापन कराए जाने से आरोपी सोनकर द्वार 42000 की जगह 35000 रुपये लेने हेतु सहमति दी गई।
योजना के अनुसार आज 18 जून को प्रार्थी जब आरोपी सोनकर को रिश्वत रकम 35000 रुपये देने निगम कार्यालय कोरबा गया तो अरोपी सोनकर ने अपने सब इंजीनियर देवेंद्र स्वर्णकार को दर्री जोन कार्यालय में देने हेतु प्रार्थी को कहा जिस पर प्रार्थी द्वारा आरोपी देवेंद्र को रिश्वत की रकम दर्री जोन कार्यालय में देने पर रिश्वत की रकम के साथ उसे पकड़ा गया है। दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उनके विरुद्ध धारा 7,12 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्यवाही की जा रही है।