महानायक मोदी विपक्षियों व वैश्विक षडयंत्र के चक्रव्यूह से सकुशल निकले ..SPG की सतर्कता
मिलिट्री स्ट्रेटजीज़ और गोरिल्ला वॉरफेयर की समझ रखने वाले भली प्रकार से जानते हैं कि किस प्रकार हाई वैल्यू टारगेट्स को संकरे रास्ते पर फंसा कर हिट किया जाता है क्योंकि लंबा कॉन्वॉय रास्ता बंद होने के कारण आगे जा नहीं सकता और तेजी से पीछे भी हट नहीं सकता।
एक फ्लाईओवर पर पूरे 20 मिनट तक विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री के पूरे काफिले को फंसे रहने के लिए बाध्य कर दिया जाना बहुत बड़ी घटना है।
PM मोदी की सभा में कांग्रेस द्वारा दिखाए जा रहे खाली कुर्सियों का असली सच इस vdo में
Punjab CM Channi has tied himself in knots.
First he said 700 people turned up for the rally… Then he said it was kudarti, later he said he was trying to ensure no blockade till 3am…
The CS and DGP are part of PM’s cavalcade but in this case, they weren’t…
Lies and more lies. pic.twitter.com/g8EnyWVj5I— Amit Malviya (@amitmalviya) January 5, 2022
मिलिट्री स्ट्रेटजीज़ और गोरिल्ला वॉरफेयर की समझ रखने वाले भली प्रकार से जानते हैं कि किस प्रकार हाई वैल्यू टारगेट्स को संकरे रास्ते पर फंसा कर हिट किया जाता है क्योंकि लंबा कॉन्वॉय रास्ता बंद होने के कारण आगे जा नहीं सकता और तेजी से पीछे भी हट नहीं सकता।
और सबसे बड़ी बात यह कि घटना उस पंजाब राज्य की है जहां खलिस्तानी आतंकवाद पहले भी हजारों निर्दोषों के प्राण ले चुका है और जहां एक समय पर स्थिति इतनी बुरी थी कि राज्य के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह तक को खालिस्तानीयों द्वारा एलिमिनेट कर दिया गया था।
प्रधानमंत्री को सभा स्थल पर हेलीकॉप्टर से जाना था, किंतु अचानक मौसम खराब हुआ और निर्णय लिया गया कि सड़क मार्ग से जाया जाए। राज्य की कांग्रेस सरकार को तत्काल सूचित किया गया और यह जानकारी कि किस सड़क मार्ग का प्रयोग होगा यह जानकारी प्रदर्शनकारियों और स्थानीय नागरिकों तक पहुंच ही नहीं सकती थी।
किंतु फिर भी चमत्कारिक रूप से प्रधानमंत्री के काफिले द्वारा प्रयोग किए जाने वाले उसी फ्लाईओवर के आगे ठीक उसी समय पर प्रदर्शनकारियों का प्रकट हो जाना और प्रधानमंत्री के कॉन्वोय का रास्ता रोक दिया जाना, और फिर प्रधानमंत्री के काफिले को एक फ्लाईओवर के ऊपर परोक्ष रूप से बंधक बनाकर रखना और मार्ग पुनः चालू कराने में 15 से 20 मिनट का समय लगाया जाना कोई संयोग नहीं हो सकता।
यह सुरक्षा को लेकर राज्य की पंजाब सरकार, सत्ताधारी दल, पुलिस प्रशासन की अनदेखी है, खालिस्तानीयों और वैश्विक पावर द्वारा रचा गया बहुत बड़ा षड्यंत्र था जिससे देश का महानायक सकुशल निकल आया।
हिंदुस्तान विरोधी मानसिकता के लोग धरना प्रदर्शन, रोड रेल चक्का जाम कर अराजकता फैलाते हैं। ऐसे लोगों पर देशद्रोह का केस दर्ज कर जेल में डाला जाना चाहिए।
पंजाब में दुर्भावना से देश के प्रधानमंत्री के सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए पंजाब सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। यह अपराध क्षमा योग्य नहीं, संविधान के विरुद्ध भी है।
विपक्ष सत्ता के बिना तड़प रही है और देशद्रोह, लाक्षागृह जैसे षड्यंत्र, छल, कपट सब करने पर उतारू है।
कांग्रेस की सरकार ने पंजाब को 1980 के दशक के आस पास पहुंचा दिया है। उस दौर की वीभत्सता को सामान्य करने मे जितनी कुर्बानियां हुई है वह असाधारण हैं। सत्ता के लिये शेर की सवारी करने का कांग्रेस का शौक पुराना है जो कि खुद उसके लिए भी काफी महंगा साबित हुआ है।
पब्लिक के आने से पहले की खाली पड़ी कुर्सियां दिखा कर भ्रम पैदा किया जा रहा है। इन जारी किए गए वीडियो को देख कर इनके षड्यंत्रकारी इरादों को समझ जाना चाहिए।
साभार : त्रिपट सिंग