जनवरी 2019 में पीएम मोदी ने सिर्फ इतना कहा था कि क्या ये PUBG वाला है क्या?
साइबर विशेषज्ञों ने काफी अरसे पूर्व लगभग वर्ष 2017 में आगाह किया था कि देश की साइबर सुरक्षा पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘कैशलेस इकॉनमी’ जैसे महत्वाकांक्षी अभियानों के भविष्य पर रैंसमवेयर ‘वानाक्राई’ की तरह साइबर हमले का खतरा बना रहेगा। चाइनीज एप्प प्रतिबंधित करने का मामला इस तरह का मामला नहीं है कि सेना बॉर्डर पर आ गई इसलिए बदले की भावना से केंद्र सरकार ने एप्प प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है।
कहा जा रहा है कि पूर्व में प्रतिबंधित एप्प के बतौर क्लोन ये एप्प काम कर रहे थे।
फ़िलहाल गेम्स एप्प के बंद होने से मां-पिता खुशी जाहिर कर रहें हैं तो दूसरी ओर इसमें लगातार डूबे रहने वाले खिलाड़ी हैरान हैं।
भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच केंद्रीय आईटी मंत्रालय ने 118 एप को बैन कर दिया है। इस लिस्ट में PUBG भी शामिल है. सरकार ने कहा है कि प्रतिबंधित किए गए मोबाइल एप देश की संप्रभुता, अखंडता, सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा थे।
जारी बयान में आगे कहा गया है कि आई टी मंत्रालय को विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों में एंड्रॉयड व आईओएस जैसे प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ मोबाइल एप के यूजरों का डेटा चुराकर देश से बाहर के सर्वरों पर भंडारित किये जाने की रपटें भी शामिल हैं।
बयान में कहा गया, ‘‘इन सूचनाओं का संकलन, इनका विश्लेषण आदि ऐसे तत्व कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत की रक्षा के लिये खतरा हैं। यह अंतत: भारत की संप्रभुता और अखंडता पर जोखिम उत्पन्न करता है. यह बेहद गंभीर मसला है, जिसके लिये त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता थी।’’