राममय हुए आदिवासी, पिछ्ड़े, दलित, अगड़े, मालिक, कर्मचारी… पुलिस ऐसे रही सतर्क

कोरबा। आनंदित हूं.. भावुक हूं..  शरणागत हूं..मर्यादित हूं.. संतुष्ट हूं.. निशब्द हूं !! मैं बस राममय हूं ….! कुछ इस तरह की भावनाएं अपने आराध्य भगवान श्री राम के प्रति बुधवार को ऊर्जा नगरी कोरबा में देखने को मिली। क्या आदिवासी, क्या पिछड़ा, क्या अगड़ा, क्या दलित..क्या मालिक.. क्या कर्मचारी.. क्या तू और क्या मैं… इन्हीं भावनाओं से ओतप्रोत-वशीभूत होकर सारा शहर पूरी तरह भक्ति में लीन होकर राममय-भगवामय हो गया था।

सभी वीडियो में रात्रि लगभग 2 बजे तक श्रद्धालुओं की भक्तिभाव से परिपूर्ण भीड़ अनुशासन से बंधी आपको रोमांचित कर देगी।

Veerchhattisgarh

रात्रि लगभग 11 बजे

रात्रि लगभग 11:30 बजे।

रात्रि लगभग 12:00 बजे सुनालिया चौक से नहर मार्ग बाईपास से राताखार की ओर जाने वाली सड़क।

रात्रि लगभग 1:30 बजे पॉवर हाउस रोड से ट्रांसपोर्ट नगर की ओर जाने वाली सड़क पर उत्साह किसी तरह से कम नहीं हुआ था।

रात्रि लगभग 2:00 बजे

रात्रि लगभग 2:10 ट्रांसपोर्ट नगर चौक का विहंगम दृश्य जहां मचान पर पुलिस के जवान सतर्क हैं। आगे के चित्रों में पुलिस किस प्रकार सतर्क रही।

 

आकर्षक देवी देवताओं की झांकियों का लगातार प्रदर्शन के साथ पीछे अपने अपने समूह में लोग भक्तिमय संगीत पर थिरकते आगे बढ़ते रहे।

रात्रि लगभग 1:45 बजे ट्रांसपोर्ट नगर का विहंगम दृश्य।
पॉवर हाउस रोड के पास लगभग 1:30 बजे, नवसंवत्सर का स्वागत ऐसा कि लोगों का उत्साह लगातार बढ़ता ही जा रहा था।

आधुनिक वाद्य यंत्रों की भक्तिमय धुन पर रात लगभग 2 बजे तक भी श्रद्धालुओं रेला हिंदू नववर्ष (नवसंवत्सर) के आनंद में डूबा रहा।
ड्रोन कैमरे से भी लगातार निगरानी की जा रही थी।
नववर्ष प्रतिपदा हिंदू नव वर्ष चैत्र नवरात्रि पर उर्जा नगरी में रामनवमी के दिन प्रभु श्रीराम की निकाले जाने वाली शोभायात्रा प्रदेश स्तर पर प्रसिद्ध हो चुकी है। आदिवासी समाज, पिछड़े वर्ग, दलित वर्ग के द्वारा बढ़चढ़कर हिस्सा लिया जाता है।
इस बार हिंदू क्रांति सेना व व सर्व हिंदू समाज  द्वारा लगभग एक माह से इसकी विशेष तैयारी की जा रही थी। इस शोभायात्रा की विशेषता यह है कि हिन्दू समाज की विभिन्न झांकियों को शोभायात्रा में शामिल किया जाता है।
“जय हो”… इन लोगों की उपस्थिति कुछ इसी तरह के जयघोष के साथ थी।
रेल पातें भी लंबी तानकर मजे ले रही हो।

अपार श्रद्धालुओं, भक्तों की भीड़ इस शोभा यात्रा के दौरान साथ साथ चलती है।पूरे शहर को भगवा और लाल तोरण,झंडों, बैनर, पोस्टरों से दुल्हन की तरह सजा दिया गया। सभी समाजो के द्वारा शोभायात्रा मार्ग में स्वागत द्वार लगाया गया था।

सुनालिया चौक पर निगम के पार्किंग स्थल की ओर की सड़क पर भी जाम की स्थिति निर्मित रही।

हिंदू क्रांति सेना सहित अन्य संगठनों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अपार श्रद्धा से भरे भीड़ में अनुशासन सराहनीय है।
समाजसेवी संगठनों,दुर्गा समितियों के द्वारा कदम कदम पर अनेको तरह से जैसे शीतल  जल, शर्बत, आइसक्रीम, फल आदि के द्वारा एवँ पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। चकाचोंध रंगबिरंगी लाइटिंग, डीजे,कीर्तन मंडली,कर्मा,ढोल,बाजे के साथ निकलने वाली शोभायात्रा आकर्षण का केंद्र रहा।
———————–
पीड़ा और चिढ़ : धर्म के नाम पर हनुमानजी कही सॉफ्ट नही http://veerchhattisgarh.in/?p=7588
देवांशु झा : एक ही प्रबोधिनी शक्ति जागृत रही… http://veerchhattisgarh.in/?p=11486
*मनुष्य के सबसे सुंदर अंग पांव..* इतने सुंदर कि उन्हें पूजा जाता है… http://veerchhattisgarh.in/?p=8941
कोसाबाड़ी से निकलने वाली शोभायात्रा लगभग 2 किलोमीटर लंबी थी और सीतामढ़ी चौक से निकलने वाली शोभायात्रा तो ट्रांसपोर्ट नगर चौक तक लगातार भीड़ से अटी थी। लगभग 5 बजे आरंभ हुए  10 घंटे तक चली इस शोभायात्रा में लोगों ने अनुशासन बनाए रखा।

कोसाबाड़ी के चित्र प्रेस फोटोग्राफर संदीप शर्मा से साभार।

जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन इस दौरान लगातार सतर्क रहा। सिविल ड्रेस में भी पुलिस के जवानों ने शोभायात्रा के दौरान सतर्कता बरती। ड्रोन कैमरे से भी लगातार निगरानी की जा रही थी।

अनेक स्थानों पर मचान बनाकर किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए वीर जवान का दल सतत सतर्क रहा।

.
यह भी पढ़ें..
.
प्रदेश के सबसे बड़े आयोजन को देखने के लिए हजारों हजार की संख्या में लोग उपस्थित रहे । संगीत की धुन पर युवाओं की टोलियों ने जमकर नृत्य का आनंद उठाया ।
इस शोभायात्रा को लेकर कोरबा शहर वासियों सहित उप नगरीय क्षेत्रों के लोगों में भी अद्भुत उत्साह देखने को मिला। उप नगरों से भी लोगों का शहर में आने का क्रम लगातार जारी रहा।
वहीं दूसरी ओर अनेक व्यवसाइयों अपने प्रतिष्ठान दोपहर 3 बजे के बाद बंद कर परिवार सहित इस शोभायात्रा में शामिल हुए।
शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया और श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। व्यापारी व सामाजिक संगठनों के द्वारा शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिए स्वल्पाहार, शरबत-पानी आदि की व्यवस्था भी की गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *