डॉ. पवन विजय : पुलवामा.. घड़ी पहने हाथ-शर्ट का हुआ अंतिम संस्कार.. देश के शत्रुओं की पहचान बलिदानी सिपाहियों के प्रति हमारी श्रद्धांजलि
कोई फोन स्क्रॉल कर रहा होगा, कोई अपने बालक को पढ़ा रहा होगा, कोई अपनी प्रेमिका के साथ फिल्म देख था होगा, कोई गंगाजी नहा रहा होगा। इन सब बातों में एक बात कॉमन है, वह है निश्चिंतता।
आपको यह निश्चिंतता कोई अपने प्राण देकर प्रदान करता है, कोई सारी रात सर्द हवा के थपेड़े खाकर, गर्म रेत में जलकर और समंदर के गहरे पानी में डूब कर आपको सुरक्षित रहने का विश्वास भरता है। वह कोई और नहीं बल्कि हमारे वीर सैनिक हैं। बारूद को अपनी छाती पर रोककर देश के नागरिकों को फूलों जैसा जीवन जीने का अवसर देते हैं।
ऐसे ही 2019 में पुलवामा में आज के ही दिन टनों बारूद अपनी देह पर झेल कर हमारे जवान राष्ट्र को सुरक्षित कर गए। वह दिन कभी भुलाया नहीं जा सकता, न भूलेंगे और न ही भुलाने देंगे। उन बलिदानियों में से एक का भतीजा मेरा छात्र था, उसने बताया कि चाचा का एक घड़ी पहने हाथ और शर्ट मिली है उसी से उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सोचिए ऐसे परम बलिदान की वजह से आज हम आप अपने परिवारों के साथ बैठे हंस बोल रहे हैं।
देश के शत्रुओं की पहचान बलिदानी सिपाहियों के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है।
जो जहां है वहां पर एक बलिदानियों का पुण्य कृतज्ञ स्मरण अवश्य करे।
जय हिंद, जय हिंद की सेना।।
