पंचायती राज मंत्रालय : डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में महिला प्रतिनिधियों के नेतृत्व पर राष्ट्रीय कार्यशाला का नई दिल्ली में आयोजन

पंचायती राज मंत्रालय ने आज नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के नेतृत्व पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की
डॉ. किरण बेदी ने प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने को साकार करने में पंचायती राज संस्थाओं के परिवर्तनकारी सामर्थ्य पर जोर दिया
पंचायती राज सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने ड्रोन दीदी और स्वयं सहायता समूहों जैसी अभिनव पहलों में महिलाओं की भूमिका की सराहना की, और आत्मनिर्भर भारत तथा विकसित भारत के सपने पूरे करने में उनकी भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया
पंचायती राज मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के नेतृत्व पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की। यह कार्यशाला जमीनी स्तर पर महिला नेताओं को सशक्त बनाने और विकसित भारत की दिशा में सामूहिक प्रयासों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुई। यह कार्यशाला 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक हिस्से के तौर पर आयोजित की गई थी। इसमें पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) की लगभग 400 निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों (ईडब्ल्यूआर) और निर्वाचित प्रतिनिधियों (ईआर) को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
इस कार्यशाला का उद्घाटन पुदुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल और नवज्योति इंडिया फाउंडेशन तथा इंडिया विजन फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. किरण बेदी, पंचायती राज मंत्रालय के सचिव श्री विवेक भारद्वाज,  पंचायती राज मंत्रालय के विशेष सचिव डॉ. चंद्र शेखर कुमार, पंचायती राज मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती ममता वर्मा और पंचायती राज मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री विकास आनंद ने किया। इस अवसर पर लगभग 400 विशेष अतिथि, मुख्य रूप से दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने वाली पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) की निर्वाचित महिला प्रतिनिधि (ईडब्ल्यूआर) और उनके पति/पत्नी तथा भारत सरकार और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. किरण बेदी ने पंचायतों में महिला नेताओं की परिवर्तनकारी सामर्थ्य पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने को साकार करने में पंचायती राज संस्थाओं के महत्व पर जोर दिया। डॉ. बेदी ने पंचायत प्रतिनिधियों से अपने समुदायों के साथ नियमित रूप से जुड़ने, सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी रखने और अपने निर्वाचन क्षेत्रों की बेहतरी के लिए काम करने का आग्रह किया। उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए पंचायती राज मंत्रालय की सराहना की और इसे समय पर की गई एक प्रभावशाली पहल बताया, जो देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शासन और सतत विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।
डॉ. किरण बेदी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने को साकार करने में पंचायती राज संस्थाओं की परिवर्तनकारी सामर्थ्य पर जोर दिया। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी रखने के लिए नियमित रूप से ऑल इंडिया रेडियो समाचार बुलेटिन सुनने और अपने मतदाताओं के साथ इस जानकारी को साझा करने का आग्रह किया। डॉ. बेदी ने स्थानीय मुद्दों को प्रभावी ढंग से समझने और उनका समाधान करने के लिए क्षेत्र के दौरे और जनता के साथ निरंतर संवाद के महत्व पर भी जोर दिया।
पंचायती राज मंत्रालय में सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने इस कार्यक्रम में मुख्य भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन में स्थानीय शासन और जमीनी स्तर पर सार्वजनिक सेवा वितरण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने महिला सरपंचों, ब्लॉक प्रमुखों और जिला पंचायत अध्यक्षों सहित पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों का स्वागत किया और पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की दो-तिहाई आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। अपने संबोधन में श्री भारद्वाज ने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर प्रकाश डाला और इसका श्रेय प्रधानमंत्री की दूरदर्शी पहल, “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” को दिया, जिसने जमीनी स्तर पर शासन में महिलाओं की भागीदारी को काफी प्रोत्साहित किया है। उन्होंने ड्रोन दीदी और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) जैसी अभिनव पहलों में महिलाओं की भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए महिला जन प्रतिनिधियों की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
पंचायती राज मंत्रालय के सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने पंचायत प्रतिनिधियों से “सरपंच पति” या “प्रधान पति” जैसी प्रथाओं को समाप्त करने के लिए व्यक्तिगत पहल करने का आह्वान किया और उनसे अपने विवेक, निष्पक्षता और सामूहिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता के साथ निर्णय लेने का आग्रह किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि महिलाओं की परिवर्तनकारी शक्ति एक मजबूत और अधिक समावेशी भारत के निर्माण के लिए जरूरी है।
अपने संबोधन में श्री विवेक भारद्वाज ने भारत सरकार की ओर से हाल ही में शुरू की गई उस प्रेरक परंपरा की सराहना की, जिसके तहत त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रथा ने पंचायतों में जबरदस्त उत्साह और सकारात्मकता पैदा की है, जिससे पंचायत नेतृत्व को एक नई पहचान और मान्यता मिली है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंचायतों का विकास राष्ट्र की प्रगति का पर्याय है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि विकास की इस यात्रा में कोई भी शख्स पीछे न रह जाए।
पंचायती राज मंत्रालय के सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने पंचायती राज संस्थाओं में ईडब्ल्यूआर के प्रतिशत को मजबूत, कुशल और प्रभावी नेतृत्व का प्रतीक बनाने का आह्वान करते हुए अपने संबोधन का समापन किया। उन्होंने सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों से अपने कर्तव्यों का निर्वहन दृढ़ संकल्प और समर्पण के साथ करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि राष्ट्र की समग्र प्रगति की कुंजी है।
पंचायती राज मंत्रालय में विशेष सचिव डॉ. चंद्र शेखर कुमार ने सभी विशेष अतिथियों और अन्य प्रतिभागियों को 78वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभा को संबोधित किया। उन्होंने विकसित भारत की राष्ट्र की आकांक्षा को पूरा करने के साधन के रूप में पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. कुमार ने पंचायतों में सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रचार करने के लिए मंत्रालय के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर सतत विकास को आगे बढ़ाने वाले एक मजबूत, कुशल और प्रभावी नेतृत्व का निर्माण करना है।
पंचायतों में महिला नेतृत्व के समक्ष चुनौतियों और अवसरों पर आयोजित पैनल सत्र में कर्नाटक सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की अतिरिक्‍त मुख्य सचिव श्रीमती उमा महादेवन, मिजोरम सरकार के स्थानीय प्रशासन विभाग के निदेशालय की सचिव सुश्री टेरेसी वनलालरुएई, केरल सरकार के स्थानीय स्वशासन विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. शर्मिला मैरी जोसेफ, गुजरात के राजकोट जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती प्रवीणबेन संजयभाई रंगानी, बिहार में बक्सर जिले के नवानगर प्रखंड के अथर ग्राम पंचायत की मुखिया श्रीमती रेखा देवी और उत्तर प्रदेश में लखनऊ जिले के माल प्रखंड के अटारी ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान श्रीमती संयोगिता सिंह चौहान ने भाग लिया।
पंचायत प्रतिनिधियों की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की यात्रा को इस कदर तैयार किया गया है कि वे एक समृद्ध अनुभव के साथ अपने क्षेत्र में लौटें। इसमें प्रधानमंत्री संग्रहालय (पीएम संग्रहालय) का दौरा भी शामिल रहा, जहां भारत की लोकतांत्रिक यात्रा और मौजूदा तथा पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान के बारे में जानकारी मिलती है। इस यात्रा का चरमोत्कर्ष लाल किले में मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह में इनकी भागीदारी होगी। इसके बाद डीएआईसी, नई दिल्ली में दोपहर के भोजन का कार्यक्रम है जिसमें पंचायती राज मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
पंचायतों में महिला नेतृत्व पर राष्ट्रीय कार्यशाला की लाइव वेबकास्टिंग मंत्रालय के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया पेजों पर उपलब्ध है: एनआईसी वेबकास्ट: https://webcast.gov.in/mopr ; एक्स (ट्विटर): https://x.com/MoPR_GoI; फेसबुक: https://www.facebook.com/MinistryOfPanchayatiRaj; इंस्टाग्राम: https://www.instagram.com/MinistryOfPanchayatiRaj; यूट्यूब: https://www.youtube.com/@MinistryOfPanchayatiRaj.

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