समर प्रताप : अग्निवीर विवाद पर अग्निवीर जवान से सार्थक संवाद..
भुज एयरफोर्स स्टेशन का रेवाड़ी का एक अग्निवीर मिला परसो।
मैंने पूछा कैसा है अग्निवीर में ज्यादा तँग तो नही करते या फिर ऐसा तो नही है कि दुसरो की बजाये ज्यादा तँग करते हो ।
वो बोला नही सर सब ठीक है जितना सबको ड्यूटी मिलती है उतना ही हमको।
फिर मैंने घर आने जाने के लिये वारंट के लिये पूछा तो वही साल में एकबार फ्री और बाकी कन्सेशन वारंट।
पूछा कैसा लग रहा है जॉब करने में तो बोला अच्छा लग रहा है।
पढ़ने का टाइम मिल जाता है तो अमूमन आर्मी की बजाए एयरफोर्स में पहले भी टाइम मिल जाता था तो उसे भी मिल रहा है।
फिर उससे कहा कि क्या दिमाग में अनिश्चितता नही है की चार साल बाद क्या होगा?????
तो उसने कहा थोड़ा रहता तो है लेकिन अब सरकार ने बाहर आरक्षण दिया है सब अर्धसैनिक बलों में तो शायद दिक़्क़त कम आएगी नही तो हम हरियाणा वाले तो 25% में भी शामिल हो जाएंगे सर।
फिर मैंने कहा कि घर वालो ने मना नही किया कि क्यो जा रहा है तो लड़का बोला कि सर मना किया था लेकिन मेरा मन था।
और मुझे कुछ नुकसान भी नही लग रहा।
4 साल में मैं लगभग साढ़े 11 लाख रुपये लेकर जाऊंगा।
और अभी मेरी उम्र भी कम है तो 23 हजार मुझे यंहा भी मिलते है।घर वाले कुछ लेते नही है तो उसमे भी यंहा सब फ्री ही है तो 5 या 6 लाख इसमें भी बचा लूंगा और 4 साल बाद 16 या 17 लाख रुपये में कुछ कर लूंगा और नोकरी मिल गई तो और बढिया है ये सेविंग हो जाएगी।
इतने पैसे यंहा कौन देगा सर सिविल में।
मैं बोला कुछ हो गया तो ???
तो बोला कि सर हर रोज बाइक पर एक्सीडेंट भी तो होते है यंहा तो शहीद होंगे और घर वालो को भी अच्छे पैसे मिलेंगे।
फाइनली मैंने कहा कि मतलब मस्त है कोई दिक्कत नही है।
तो लड़का बोला कि एक दिक्कत है हर तीन महीने में फिटनेस टेस्ट लेते है और हमारी PT दोनो टाइम होती है।
मैंने उससे कहा ये दिक़्क़त नही ये तो तुम्हारे किया प्लस पॉइंट है कि तुम चार साल फिटनेस बढिया रखोगे तो यंहा भी रह जाओगे नही तो दूसरी फोर्स में जाने पर तुम्हे कौन रोक पायेगा।
यंहा पर दाल पीनी शुरू करोगे तो 4 साल मे मेरे जैसा माँ का लाडला बन जायेगा।
कुल मिला के लड़का खुश था लेकिन मैंने उसे भी यही बात बोली कि अगर सरकार 4 साल बाद आप सबको हटा के सेना में पक्का सैनिक आना चाहो तो 10% छूट दे तो अच्छा नही होगा क्या??
लगभग जितनी वेकेंसी होंगी आप सबका ही नम्बर पड़ेगा ।
किसी की चापलूसी भी नही करनी पड़ेगी।
और चार साल टूर के जैसे आर्मी का मजा भी ले लोगे।
जैसे ऑफिसर के लिये है NDA पक्का भर्ती केंद्र है और शार्ट सर्विस 10 साल करके लौट जाते है कारपोरेट में।
जो करना चाहे उनका टेस्ट होता है पास है वेकेंसी है तो रह जायेगा अन्यथा सिविल में लौट जाएगा।
कुल मिला के मुझे स्कीम खराब नही लगती है,प्रचार और पेश करने का तरीका गलत है।
हमारी तो कौन मानता है कौन पढ़ता है लेकिन एक आम आदमी होने के नाते अगर मैं सत्ता में होता और राजनाथ की जगह होता तो मीडिया में माइक पकड़ के चार लाइन में सब क्लीयर कर देता।
सेना की भर्ती पहले के जैसे सेंटर और बीआरओ में उपस्थित वेकेंसी के आधार पर होती रहेगी।
अग्निवीर हम हटा नही रहे उसे टूर आर्मी के तौर पर 4 साल रख के सबको घर भेज देंगे।
लेकिन अगर कोई अग्निवीर सेना में 4 साल के बाद जॉब करना चाहे तो उसे सब सिविलियन के साथ भर्ती देखनी होगी ।
अग्निवीर के नाम पर उसे 10% या 10 अंक की छूट रहेगी।।हम कोशिश करेंगे कि सेना की वेकन्सी पूरी रिटायर्ड अग्निवीर से करे।
क्योकि भारत के लोगो का दिमाग बहुत अलग है,यंहा आज भी हर गांव के मोहल्ले में 20 लड़के अगर भर्ती देखते है तो 1 भर्ती होता है बाकी फ़ौज की नोकरी को किस्मत में न समझ के दूसरे काम मे लग जाते है।
लेकिन अग्निवीर में 100 में से 25 रखने पर उन्हें दुःख होगा कि हमे नही रखा बाकी सिफारिश वाले थे।
बस सिस्टम वही है घुमा देना है।
