अमित सिंघल : ट्रम्प.. लेकिन लिबरल विशेषाधिकार यही है कि…
आज का न्यू यॉर्क टाइम्स खोला। विचार था की पूर्व राष्ट्रपति एवं इस वर्ष के चुनाव के फ्रंट रनर की हत्या के प्रयास के बारे विस्तार से समाचार पढूंगा। लेकिन समाचार एवं फोटो, दोनों गायब है। ना फ्रंट पेज पर, ना ही अंदर के पेज में। जबकि यह प्रयास न्यू यॉर्क समयानुसार सायः सवा छह बजे किया गया था। समाचारपत्र के पास पर्याप्त समय था अपना फ्रंट पेज बदलने का। यद्यपि न्यू यॉर्क टाइम्स की वेबसाइट में इस समाचार को प्रमुखता से कवर किया जा रहा है।
इसके विपरीत संडे ओपिनियन के साप्ताहिक सप्लीमेंट इस विषय पर फोकस्ड था कि डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका का नेतृत्व करने के लिए अयोग्य है। कुल 9 पृष्ठ में कन्विंस करने का प्रयास किया गया है कि ट्रम्प को वोट क्यों नहीं देना चाहिए। और यह विचार इस समाचारपत्र के सम्पादकीय बोर्ड ने लिखा है, ना कि किसी बाहरी कॉलमनिस्ट ने।
दूसरे शब्दों में, अमेरिकी चुनाव में यहाँ के सबसे बड़े समाचारपत्र न्यू यॉर्क टाइम्स ने सम्पादकीय पोजीशन सार्वजनिक रूप से ट्रम्प के विरोध में ले ली है।
मैं अमेरिकी चुनाव को लेकर उदासीन हूँ। क्योकि मैं यहाँ का वोटर नहीं हूँ।
लेकिन लिबरल विशेषाधिकार यही है कि जिस घटना से उनके उम्मीदवार का नुकसान हो, उसे दबा दिया जाए। साथ ही यह भी क्लेम किया जाए कि वे बहुत उदार है, निष्पक्ष है।