डॉ. भूपेन्द्र सिंह : पेपर आउट.. युवाओं में अनरेस्ट पैदा करके गृहयुद्ध उत्पन्न करने का षडयंत्र
UGC NET की परीक्षा जो कल आयोजित की गई थी, उसे आज रद्द कर दिया गया है और मामले को CBI के पास जाँच के लिए भेज दिया गया है।
मैंने कई बार लिखा है कि जब तक पेपर आउट को एक सामान्य अपराध के बजाय देश के युवाओं में अनरेस्ट पैदा करके गृहयुद्ध उत्पन्न करने की साज़िश जैसा अपराध नहीं बनाया जाएगा और उन गिरोहों के साथ वैसा ही बर्ताव नहीं किया जाएगा, इसको रोकना बहुत मुश्किल है।
आज के समय में दसियों लाख लोगों में से किसी एक के हाथ भी पेपर लगा तो उसका फ़ोटो खींचने और व्हाट्स ऐप पर डालकर वायरल करने में एक मिनट भी नहीं लगेगा।
मेरा स्पष्ट मानना है कि हर हाथ कैमरे और हर हाथ व्हाट्स ऐप आने के बाद कोई भी परीक्षा ईमानदारी से होना लगभग असंभव है। जो परीक्षाएँ ईमानदारी से होती दिखाई पड़ रही है, उसका कारण केवल यह है कि उसमें उस स्तर की बेईमानी शायद नहीं हुई कि वह बाहर आ सके। बहुत अधिक सख़्ती की आवश्यकता है। आतंकवादियों जैसा व्यवहार जिस दिन इन पेपर आउट गिरोह के साथ किया जाने लगा, एक महीने में ये वैसे ही ग़ायब हो जाएँगे जैसे गधे के सर से सींग।