PM मोदी बोले – “गायत्री परिवार का अश्वमेध यज्ञसामाजिक संकल्प का महाअभियान बनाया गया”

सामाजिक संकल्प का महाअभियान बनाया गया गायत्री परिवार का अश्वमेध यज्ञ: मोदी

गायत्री परिवार के सभी उपासक, सभी मठ

सहायक सहयोगी,

देवियों और सज्जनों,

गायत्री परिवार का कोई भी कार्यक्रम इतनी पवित्रता से जुड़ा होता है, जिसमें शामिल होना आपके लिए सौभाग्य की बात होती है। मुझे ख़ुशी है कि मैं आज देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अश्वमेध यज्ञ का हिस्सा बन रहा हूँ। जब मुझे गायत्री परिवार की तरफ से इस अश्वमेध यज्ञ में शामिल होने का काम मिला था, तो समय अभाव के साथ ही मेरे सामने एक खुलासा भी था। वीडियो के माध्यम से भी इस कार्यक्रम से जुड़ें एक समस्या यह थी कि सामान्य मानवी, अश्वमेध यज्ञ को सत्य के विस्तार से शामिल किया गया है। इन दिनों चुनाव में स्वाभाविकता यह है कि अश्वमेध यज्ञ के कुछ और मतलब निकलते हैं। लेकिन फिर मैंने देखा कि इस अश्वमेध यज्ञ में आचार्य श्रीराम शर्मा की भावनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है, अश्वमेध यज्ञ का एक नया अर्थ प्रतिस्थापित किया जा रहा है, तो मेरी सारी आत्माएं दूर हो गईं।

आज गायत्री परिवार का अश्वमेध यज्ञ, सामाजिक संकल्प का एक महाअभियान बन चुका है। इस अभियान से जो लाखों युवा नशे और व्यसन की कैद से बचेंगे, उनके वोट ऊर्जा राष्ट्र निर्माण के काम में शामिल होंगे। युवा ही हमारे राष्ट्र का भविष्य हैं। युवाओं का निर्माण ही राष्ट्र के भविष्य का निर्माण है। उनकी पुस्तक पर ही इस अमृतकाल में भारत को विकसित करना जिम्मेदारी है। मैं इस यज्ञ के लिए गायत्री परिवार को हृदय से शुभकामनाएँ देता हूँ। मैं तो स्वयं भी गायत्री परिवार के सैकड़ों सदस्यों को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। आप सभी भक्ति भाव से, समाज को बदनाम करने में लगे हुए हैं। श्रीराम शर्मा जी के तर्क, उनके तथ्य, बुरे लोगों के खिलाफ लड़ाई, उनका साहस, व्यक्तिगत जीवन की शुचिता, मासूम प्रेरित करने वाली है। आप जिस तरह आचार्य श्रीराम शर्मा जी और माता भगवती जी के संकल्पों को आगे बढ़ा रहे हैं, ये असल में तय है।

साथियों,

नशा एक ऐसी लत होती है जिस पर आध्यात्म नहीं पाया जाता तो वो व्यक्ति का जीवन स्थिर कर दिया जाता है। इस समाज का, देश का बहुत बड़ा नुकसान होता है। इसलिए ही हमारी सरकार ने 3-4 साल पहले एक राष्ट्र सहयोग नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी। मैं अपने मन की बात कार्यक्रम में भी इस विषय को उठा रहा हूं। अब तक भारत सरकार के इस अभियान से 11 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। लोगों को सलाह देने के लिए बाइक रैली निकाली गई हैं, शपथ कार्यक्रम किए गए हैं, नुक्कड नाटक किए गए हैं। सरकार के साथ इस अभियान में सामाजिक विद्वानों और धार्मिक संप्रदायों को भी जोड़ा गया है। गाय परिवार तो खुद इस अभियान में सरकार के साथ सहयोगी है। कोशिश यही है कि देश के कोने-कोने में नशे के खिलाफ संदेश दिया जाए। हमने देखा है, अगर कहीं सूखी घास के ढेर में आग लगी हो तो कोई उस पर पानी फेंकता है, कोई मिट्टी जलाता है। अधिकतर समझदार व्यक्ति, सूखी घास के उस ढेर में, आग से घास को दूर करने का प्रयास करता है। आज के इस समय में गायत्री परिवार का ये अश्वमेध यज्ञ, इसी भावना को समर्पित है। हमें अपने बच्चों को नशे से लत लगाना भी है और जिसमें नशे की लत भी शामिल है, उन्हें नशे की लत से बचाना भी है।

साथियों,

हम अपने देश के युवाओं को थोड़े-थोड़े बड़े लक्ष्यों से जोड़ेंगे, लेकिन वो भी छोटे-छोटे लक्ष्यों से बचेंगे। आज देश विकसित भारत के लक्ष्य पर काम कर रहा है, आज देश आत्मनिर्भर होने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। आपने देखा है, भारत की अध्यक्षता में जी-20 समिति के आयोजन ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम पर आधारित है। आज दुनिया में ‘एक सूरज, एक दुनिया, एक ग्रिड’ जैसे साझा प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हो गया है। ‘एक विश्व, एक स्वास्थ्य’ जैसे मिशन आज हमारी साझी मानवीय भावनाएँ और संकल्पों के साक्षी बन रहे हैं। ऐसे राष्ट्रीय और वैश्विक अभियानों में हम अधिकतर देशों के युवाओं को जोड़ेंगे, किसी भी गलत रास्ते पर चलने से बचेंगे। आज सरकार स्पोर्ट्स को इतना बढ़ावा दे रही है.. आज सरकार साइंस और रिसर्च को इतना बढ़ावा दे रही है… आपने देखा है कि चंद्रयान की सफलता ने युवाओं में टेक्नोलॉजी के लिए नई क्रेज़ पैदा कर दी है… ऐसे हर प्रयास करें, ऐसे हर अभियान से, देश के युवाओं को अपनी ऊर्जा की सही दिशा में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। फ़िट इंडिया प्रतियोगिता हो….ये प्रयास, देश के युवाओं को प्रेरित करें। और एक मोटिवेशनल युवा, नशे की तरफ नहीं मुड़ सकता। देश की युवा शक्ति का पूरा लाभ उठाने के लिए सरकार ने भी मेरा युवा भारत नाम से बहुत बड़ा संगठन बनाया है। सिर्फ 3 महीने में ही इस संगठन से करीब-करीब करोड़ युवा जुड़े हैं। इससे विकसित भारत का सपना साकार करने में युवा शक्ति का सही उपयोग हो सकता है।

साथियों,

देश को नशे की इस समस्या से मुक्ति मुक्ति में बहुत बड़ी भूमिका…परिवार की भी है, हमारे परिवार की भी है। हम नशा मुक्ति को मिसाल में नहीं देख सकते। जब किसी संस्था के विशेष रूप से पारिवारिक फ़्रैंचाइज़ी में गिरावट आती है, तो इसका प्रभाव हर तरफ की नज़र पर पड़ता है। जब परिवार की सामूहिक भावना में कमी आती है… जब परिवार के लोग कई-कई दिनों तक एक-दूसरे के साथ नहीं मिलते, साथ नहीं मिलते… जब वो अपना सुख-दुख नहीं बांटते… तो इस तरह के खतरे और वृद्धि हैं। परिवार का हर सदस्य अपने-अपने मोबाइल में ही रहेगा तो फिर उसकी बहुत छोटी पैदा होगी। इसलिए देश को नशामुक्त बनाने के लिए एक संस्था को दुनिया पर परिवार का मजबूत होना, आकार ही जरूरी है।

साथियों,

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय मैंने कहा था कि अब भारत की एक हजार साल की नई यात्रा शुरू हो रही है। आज आज़ादी के अमृतकाल में हम उस नवयुग की आहट देख रहे हैं। विश्वास मुझ पर है कि, व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के इस महाअभियान में हम अवश्य सफल होंगे। इसी संकल्प के साथ, एक बार फिर से गायत्री परिवार को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।

आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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