खबर दो दिन पुरानी है..और है भी बहुत खतरनाक… -चन्दर मोहन अग्रवाल-
पकड़ा गया मटीरियल इतना खतरनाक है कि अगर इसके सिर्फ एक ड्रम को पंक्चर करके कहीं भी रख दिया जाए तो आस पास के कई मीलों तक आने वाली नस्ले कई हजार सालों तक पंगु और डिफेक्टिव पैदा होंगी। इन कंटेनर्स के भारत में भेजने का कारण समझना बहुत जरूरी है क्योंकि भेजने वाला पाकिस्तान और पाने वाला चीन फिर यह कार्गो भारत क्यों और कैसे पहुंचा ?
(लेखक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विषयों के जानकार हैं।)
सीमा शुल्क और डीआरआई टीम के एक संयुक्त प्रयास ने मुंद्रा बंदरगाह पर एक विदेशी पोत से कई कंटेनरों को जब्त कर लिया है क्योंकि उनमें अघोषित खतरनाक रेडिओएक्टिव माल था। जबकि इस कार्गो को गैर-खतरनाक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। जब्त किए गए कंटेनरों में हैज़र्ड क्लास 7 मार्किंग के ड्रम थे ( जो बहुत ही खतरनाक रेडियोधर्मी पदार्थों को इंगित करते हैं)। हालांकि इन कंटेनरों का गन्तव्य स्थान मुंद्रा पोर्ट या भारत का कोई अन्य बंदरगाह नहीं था। यह पाकिस्तान के कराची से चीन के शंघाई को जाना था फिर यह भारत क्यों और कैसे पहुंचा यह शोध का विषय है। सरकारी अधिकारियों ने उनकी आगामी जांच पड़ताल और निरीक्षण के लिए मुंद्रा पोर्ट पर ही इसे उतार लिया है।
यहां आपको इस बात से अवगत कराना में जरूरी समझता हूँ कि यह पकड़ा गया मटीरियल इतना खतरनाक है कि अगर इसके सिर्फ एक ड्रम को पंक्चर करके कहीं भी रख दिया जाए तो आस पास के कई मीलों तक आने वाली नस्ले कई हजार सालों तक पंगु और डिफेक्टिव पैदा होंगी। इन कंटेनर्स के भारत में भेजने का कारण समझना बहुत जरूरी है क्योंकि भेजने वाला पाकिस्तान और पाने वाला चीन फिर यह कार्गो भारत क्यों और कैसे पहुंचा ? इसमें रखा मटीरियल भी किसी काम का नहीं जबकि यह मानव स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक है। आजतक दुनिया के सभी देश इसे बहुत ध्यान से जमीन में गाड़ कर या समंदर की तलहटी में छुपा कर रखते हैं ताकि यह पर्यावरण को नष्ट कर मानव जाति को नुकसान न पहुंचा सके।
क्या पाकिस्तान चीन की तरह भारत से कोई बॉयोलोजिकल वार खेलने जा रहा था? सच में अगर उनका यह प्लान कामयाब हो जाता तो शायद भारत में बहुत बड़ी तबाही का यह कारण बनता।
हम DRI और कस्टम के सतर्क परिश्रम को सलाम करते हैं और भारत को सुरक्षित रखने वाली किसी भी कार्रवाई का अभिवादन करते हैं। अभी हाल में ही मुद्रा पोर्ट पर एक बहुत बड़ा ड्रग्स का लॉट भी पकड़ा गया था। तब से अदाणी समूह राष्ट्रीय सुरक्षा को बहुत गंभीरता से ले रहा है।
आशा है मोदी सरकार इसकी तह तक जरूर जाने की कोशिश करेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करेगी।
