PM बोले – “बीते 10 वर्ष साहसिक निर्णयों और भविष्य की नीतियों के लिए समर्पित रहे हैं”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश को अगले पांच वर्षों में विकसित भारत की दिशा में लंबी छलांग लगानी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सत्ता में वापसी की पहली शर्त यह है कि वह सभी लक्ष्यों को हासिल करे। श्री मोदी ने आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के दो दिन के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन संबोधन में कहा कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को अगले लोकसभा चुनाव के लिए अगले सौ दिनों में नई ऊर्जा, जोश और विश्वास के साथ काम करने चाहिये। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को समाज के प्रत्येक वर्ग के पास जाना होगा और उनका विश्वास जीतना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को एनडीए गठबंधन के साथ 400 सीटें जीतने के लिए 370 सीटों का आंकडा पार करना होगा।
सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पूरे देश का यह मानना है कि उनकी सरकार ने देश को भ्रष्टाचार और आतंकी हमलों से मुक्त बनाया है तथा गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्ष साहसिक निर्णयों और भविष्य की नीतियों के लिए समर्पित रहे हैं क्योंकि सरकार ने दशकों से छूटे अधूरे कार्यों को पूरा करने का साहस दिखाया है। इनमें राम मंदिर निर्माण, करतारपुर गलियारे का खुलना, धारा 370 का हटना और नई शिक्षा नीति लागू करना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि करोडों महिलाओं, गरीबों और युवकों का सपना उनका सपना है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा के तीसरे कार्यकाल की बात राजनीतिक लाभ के लिए नहीं बल्कि देश के लाभ के लिए कर रहे है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार देश को 11वीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था से 10वीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था में लाने में नाकामयाब रही जबकि भाजपा की एनडीए सरकार ने देश को विश्व की पांचवीं शीर्ष अर्थव्यवस्था के रूप में ला दिया है। श्री मोदी ने कहा कि पांचवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था बनने पर उसका ढांचागत बजट भी ग्यारह लाख करोड रूपए को पार कर गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके शासन में देश को घोटालों और आतंकी हमलों से मुक्ति मिली है और लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
श्री मोदी ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना उनके हृदय में रहती है और यह उनके प्रशासन में भी झलकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर सहित प्रत्येक क्षेत्र के विकास पर ध्यान दिया है जबकि पिछली सरकारों ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की उपेक्षा की क्योंकि वहां लोकसभा की बहुत कम सीटें हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार पाकिस्तान के आयने से पश्चिम एशिया की ओर देखा करती थी लेकिन अब इस क्षेत्र के देशों के साथ भारत के संबंध बहुत मजबूत हैं। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी और एनडीए ही एक ऐसा गठबंधन है जो 2047 तक भारत को विकसित बनाना चाहता है।
अधिवेशन के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए संकल्प पारित किया जिसमें कहा गया है कि विपक्ष ने नकारात्मकता, संकीर्णता और भ्रष्टाचार के कारण देश में कोई योगदान नहीं किया है। प्रस्ताव का शीर्षक है भाजपा-देश की आशा, विपक्ष की हताशा। इसमें कहा गया है कि इंडी गठबंधन आंतरिक मतभेदों और दिशाहीन नेतृत्व के कारण रोजाना बिखर रहा है। संकल्प में यह भी कहा गया है कि चाहे राष्ट्रपति के रूप में आदिवासी नेता का चुनाव हो, जीएसटी लागू करना हो या नई संसद का उद्घाटन हो, कांग्रेस ने ऐसे कार्यों का विरोध किया है। संकल्प प्रस्तुत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस अधिवेशन के बाद पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी के इस संदेश के साथ प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में जाएंगे कि 2047 तक भारत किस तरह का होगा। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए काम किया है और विश्व में भारत का स्तर बढाया है।
अधिवेशन में एक और संकल्प पारित हुआ जिसमें अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की गई है। संकल्प पेश करते हुए भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया गया जो नए युग के शुरूआत के रूप में उभरकर सामने आया है।
इस अधिवेशन में केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्य के मुख्यमंत्रियों, पार्टी के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों सहित करीब साढे ग्यारह हजार प्रतिनिधियों ने भाग लिया।