एक देश एक चुनाव.. उच्च आर्थिक विकास में आएगी तेजी…

एक राष्ट्र एक चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) के अध्यक्ष भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बीते शनिवार को चौथी बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यूयू ललित और मद्रास के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीब बनर्जी के साथ परामर्श किया। उच्च न्यायालय और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने इस विषय पर अपनी राय रखी उन्होंने कहा इससे जमीनी स्तर पर लोकतंत्र मजबूत होगा।

एक राष्ट्र एक चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) के अध्यक्ष भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बीते शनिवार को चौथी बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यूयू ललित और मद्रास के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीब बनर्जी के साथ परामर्श किया। उच्च न्यायालय और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने इस विषय पर अपनी राय रखी उन्होंने कहा इससे जमीनी स्तर पर लोकतंत्र मजबूत होगा। बता दें कि बीते शनिवार को एक देश एक चुनाव समिति की चौथी बैठक भी सम्पन्न हुई जिसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद,15वें वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह, डॉ. सुभाष सी. कश्यप, पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी,और वरिष्ठ अधिवक्ता  हरीश साल्वे ने भाग लिया।

एक साथ चुनाव कराने से उच्च आर्थिक विकास में आएगी तेजी

समिति के समक्ष एन के सिंह और प्राची मिश्रा द्वारा सह-लिखित शोध पत्र ‘मैक्रोइकोनॉमिक इम्पैक्ट ऑफ हार्मोनाइजिंग इलेक्टोरल साइकल, एविडेंस फ्रॉम इंडिया’ पर आधारित एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें संकेत दिया गया कि देश में एक साथ चुनाव कराने से उच्च आर्थिक विकास में तेजी आएगी और इसके परिणामस्वरूप व्यय में अधिक सरकारी निवेश होगा। पूंजी और राजस्व पर, क्योंकि मुफ्त चीजों पर खर्च कम होगा।
इसी बीच राजनीतिक दलों के साथ चर्चा जारी रखते हुए रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी,गोवा के अध्यक्ष दीपक ‘पांडुरंग’ धवलीकर के साथ बातचीत की। पार्टी ने अन्य बातों के साथ-साथ एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा को अपना समर्थन देने का वादा किया है।

एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए इन पार्टियों ने दिया अपना समर्थन

इसी बीच राजनीतिक दलों के साथ चर्चा जारी रखते हुए रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी,गोवा के अध्यक्ष दीपक ‘पांडुरंग’ धवलीकर के साथ बातचीत की। पार्टी ने अन्य बातों के साथ-साथ एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा को अपना समर्थन देने का वादा किया है।
हाल ही में समिति ने लोक जन शक्ति पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की थी, जिसमें केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के अध्यक्ष, प्रिंस राज (संसद सदस्य, समस्तीपुर, लोकसभा) शामिल थे। पशुपति पारस ने एक राष्ट्र, एक चुनाव का समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि इससे न केवल देश बल्कि राजनीतिक दलों द्वारा किए जाने वाले अनावश्यक खर्च पर भी रोक लगेगी बल्कि इससे सरकार का शासन-प्रशासन में लगने वाला काफी समय भी बचेगा। एकाधिक चुनावों से आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण विकास प्रक्रिया भी रुक जाती है।

उच्च स्तरीय समिति ने हाल ही में एक राष्ट्र,एक चुनाव के मुद्दे पर जनता की राय भी मांगी थी। जारी किए गए सार्वजनिक नोटिस में कहा गया कि देश में एक साथ चुनाव कराने के लिए मौजूदा कानूनी प्रशासनिक ढांचे में उचित बदलाव के लिए आम जनता का सुझाव जरूरी है। इससे पहले गठित उच्च स्तरीय समिति ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में प्रारंभिक बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजद मौजूद रहे।

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