सुरेंद्र किशोर : जेल जाने से नेता का जन समर्थन घटता है ? जस करनी तस भोगहूं ताता, नरक जात में क्यों पछताता ?

अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार के आरोप में यदि जेल जाएंगे तो क्या उनके दल के वोट घटेंगे ?
पिछले कुछ दशकों के उदाहरण कुछ संकेत दे देते हैं।
यदि आरोप ऐसे हों,जिनके तहत कठोर सजा का प्रावधान है,तब तो वोट घटेंगे।
(कोर्ट से कुछ भ्रष्टाचार छिपा भी सकते हो,पर जनता से नहीं।
यह जनता है,सब जानती है।)
यदि आरोप हल्का हो तो वोट बढ़ सकते हैं।आरोप कठोर सजा के काबिल हो तो घटेंगे।

Veerchhattisgarh

एक उदाहरण 1977 का है।
इंदिरा गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप थे।
गिरफ्तार किया गया।पर,आरोप हल्के थे।
नतीजतन उनके वोट बढ़े।
दूसरा मामला 1997 का है।
एक दल के शीर्ष नेता की गिरफ्तारी हुई।
आरोप गंभीर थे।
बाद में सजा भी हुई।
उस शीर्ष नेता के दल को उसके बाद कभी बहुमत नंहीं मिला।
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किसी नेता को सजा तो बहुत बाद में मिलती है।
क्योंकि हमारे देश की न्यायिक प्रक्रिया बहुत धीमी है।
(नये कानून प्रक्रिया को काफी तेज करेंगे।वे कानून इस साल के अंत तक लागू हो जाएंगे।)
पर मुकदमे की सुनवाई के शुरूआती दौर में ही आम लोगों को यह पता चल जाता है कि आरोप मंे कितना दम है।
जनता का न्याय, अदालती न्याय से अधिक सटीक होता है।
राजीव गांधी भले कोर्ट से बच गये,पर लोगों ने उन्हें बाफोर्स तथा अन्य में दोषी माना।उसके बाद कांग्रेस को कभी लोस में पूर्ण बहुमत नहीं मिला।(एक प्रतिपक्षी केंद्र सरकार ने भी उन्हें 2004 में बचाया।)
जनता की ‘गिरफ्त’ से वही नेता व दल एक हद तक बच पाता है जिसके पास अपने जातीय व धार्मिक वोट बैंक होता है।
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यदि मतदान सबके लिए अनिवार्य कर दिया जाए तो कोई वोट बैंक किसी के काम नहीं आएगा।
अपवादों को छोड़ दें तो कोई भी वोट बैंक सामान्यतः 10 से 15 प्रतिशत का ही होता है।
100 प्रतिशत या 90 प्रतिशत वोट पड़ने लगे तो 10-15 प्रतिशत यहां तक कि 20 प्रतिशत वोट बैंक भी 100 प्रतिशत में बिला जाएगा।
यदि नरेंद्र मोदी 2024 में पुनः सत्ता में आ जाएं तो वे मतदान अनिवार्य करें।हां, उम्रदराज लोगों को घर से वोट करने की सुविधा दो।
फिर भी कोई वोट न करे तो उसे मिलने वाली सरकारी सुविधाएं तत्काल बंद करो।
दो बार लगातार वोट न दे तो उसके नाम मतदाता सूची से बाहर कर दो।

पुनश्चः
सिर्फ दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन ही नहीं,
करीब एक दर्जन शीर्ष नेता जल्दी ही जेल जाएंगे,ऐसी खबर मिल रही है।
यदि मोदी 2024 में फिर सत्ता में आ गये तो तब तो उनके लिए जेल से निकलने का चांस काफी कम हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट भी कहने लगा है कि ‘‘भ्रष्ट लोग देश को तबाह कर रहे हैं।’’

 

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