आदिवासी पहचान को संरक्षित करने के लिए उनकी भाषा और साहित्य महत्वपूर्णः केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कल नई दिल्ली में दो दिनों के जनजातीय प्रबोधन कार्यक्रम- आदि व्याख्यान का शुभारम्भ किया। राष्ट्रीय जनजातीय शोध संस्थान इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इसका उद्देश्य जनजातीय परम्पराओं और संस्कृति की जटिलताओं के प्रति गहरी समझ बनाना है।
इस अवसर पर श्री मुंडा ने जनजातीय पहचान, उनकी मान्यता और संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनजातीय भाषा और साहित्य जनजातीय पहचान को संरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। श्री मुंडा ने सरकार द्वारा विशेष रूप से संवेदनशील जनजातीय समूहों के लिए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान का उल्लेख किया।