ताम्रध्वज साहू से धोखा.. अरुण साव के नाम पर चोखा.. मां बगलामुखी जप कराया डबल इंजन की सरकार के खेवनहार साव बने की कामना के साथ
प्रदेश में डबल इंजन की सरकार पहली बार बनने जा रही है और छत्तीसगढ़ का एक बड़ा वर्ग अरुण साव को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता है। संसद की अनेक समितियों से जुड़े अरुण साव के पास व्यापक अनुभव है जो उनकी दावेदारी को मजबूत कर रहा है। सूत्रों के अनुसार आज रात 8 बजे के पूर्व उनके नाम की घोषणा की जाएगी।
★ अरुण साव की दावेदारी प्रबल
★ संघ की पहली पसंद हैं अरुण साव
★ मां बगलामुखी जप करवा रहे एक समर्थक
★ एस्ट्रो निशांत भी कर चुके हैं भविष्यवाणी
★ ताम्रध्वज साहू के नाम पर साहू समाज के साथ कांग्रेस कर चुकी है छल
कोरबा। छत्तीसगढ़ की राजनीति में कांग्रेस खेमे में ताम्रध्वज साहू वरिष्ठता क्रम में सबसे ऊपर हैं। ताम्रध्वज साहू को प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाने से इंकार करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के सांसद रामेश्वर तेली ने कुछ समय पूर्व कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था, ”कलिता जी ने ताम्रध्वज साहू के सामने यह बात कही कि कांग्रेस ने राज्य में साहूओं को धोखा दिया। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो वादे तो करती है लेकिन उन्हें पूरा करने में विफल रहती है।”
…लेकिन हाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद आए परिणामों के बाद तय माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की 52 फीसदी आबादी ओबीसी वर्ग में साहू समाज का राज्य में खासा राजनीतिक प्रभाव है। राज्य की राजनीति में लगभग 23% साहू समुदाय छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक प्रमुख वोट बैंक है, इसे दृष्टिगत रखते हुए अरुण साव मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार हैं।
आपको बता दें कि साहू समाज की आबादी ओबीसी में सबसे ज्यादा है। राज्य की लगभग 20 से 22% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाला साहू समुदाय छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक प्रमुख वोट बैंक है और चुनावों में इस समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण राजनीतिक दलों की साहू समुदाय पर कड़ी नजर रहती है। बीजेपी की जीत पर कहीं न कहीं साहू समाज से आने वाले अरुण साव का भी असर रहा है।
कोरबा से ही अरुण साव के एक प्रबल समर्थक उनके मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो, इस कामना के साथ 10 महाविद्याओं में एक मां बगलामुखी का जप-हवन करवा रहे हैं।