प्रियंका वाड्रा के झूठ पर चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस.. मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया सच…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध मिथ्या नैरेटिव तैयार करने में लेफ्ट-लिबरल इकोसिस्टम लगातार लगा हुआ है। राहुल गांधी के तो झूठ के पुलिंदे कई बार खुल चुके हैं, जिसके कारण कोर्ट तक में माफी भी मांग चुके हैं।

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अभी हाल ही में प्रियंका वाड्रा ने दौसा और झुंझुनूं की सभाओं में काल्पनिक कहानी बनाकर पीएम मोदी के लिफाफे का उल्लेख करते हुए कहा – “आपने टीवी पर देखा ही होगा, भीलवाड़ा के देवनारायण जी के मंदिर में कुछ समय पहले प्रधानमंत्री गए थे और एक लिफाफा डाल आए थे। मैंने भी टीवी पर देखा कि 6 महीने बाद प्रधानमंत्री जी की ओर से दिया गया लिफाफा खोला गया। जनता भी सोच रही थी कि भगवान जाने इस लिफाफे में क्या होगा? देश के इतने बड़े नेता आए वह लिफाफा डालकर गए थे।”

प्रियंका वाड्रा ने कहानी को आगे विस्तार देते हुए कहा कि लेकिन आप लोगों को यह जानकर बहुत आश्चर्य होगी कि पीएम मोदी द्वारा डाले गए लिफाफे को जब खोला गया तो उसमें से सिर्फ 21 रुपए निकले। इतने बड़े नेता के लिफाफे में निकले सिर्फ 21 रूपये ही। अब आप मुझे बताइए एक तरह से देश में यही हो रहा है। बड़ी-बड़ी घोषणाएं हो रही हैं, मंच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। जब आप उन लिफाफों को खोलते हैं, जब चुनाव खत्म हो जाता है और बारी आती है कि काम करके दिखाओ तो कुछ नहीं होता। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ईआरसीपी) का लिफाफा भी आपको इसी तरह दिया गया था।

मंदिर के मुख्य पुजारी हेमराज ने स्पष्ट करते हुए कहा कि मंदिर समिति ने कभी ऐसा बयान नहीं दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दान-पात्र में कोई लिफाला डाला था। न ही दान-पात्र खोलते समय ये बताया कि लिफाफा प्रधानमंत्री का है। न ही कभी मंदिर समिति की ओर से 21 रूपये लिफाफे में से निकलने का दावा किया गया। ये पूरी तरह से सुनियोजित अफवाह फैलाई गई। उन्होंने साथ ही कहा- प्रियंका गांधी ने दौसा और झुंझुनूं में काल्पनिक कहानी बनाकर लिफाफे का जिक्र किया। मुख्य पुजारी ने शुक्रवार को जयपुर में मीडिया के सामने प्रियंका के झूठ का पर्दाफाश किया।

मोदी ने न लिफाफा दान-पात्र में डाला और न…
मुख्य पुजारी पोसवाल ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी भादवीं छठ के अवसर पर दान-पात्र खोला गया था। जो समिति और सर्वसमाज के सामने खोला गया। इसमें कैश और लिफाफे मिले। इस दौरान मेरे और मंदिर समिति के लोगों से रंजिश रखने वाले आसींद-भीलवाडा के स्थानीय राजनेताओं ने पीएम से संबंधित लिफाफा होने की अफवाह फैलाई। इस अफवाह में बताया प्रधानमंत्री ने कोई लिफाफा डाला। इसको खोलने पर 21 रुपए निकले। प्रियंका ने भी यही झूठा दावा भरी सभा में किया, जबकि ये सच्चाई ही नहीं है। मंदिर समिति और मैंने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने न कोई लिफाफा दान-पात्र में डाला। न दान-पात्र खोलते समय निकला। न ही मैंने बताया कि यह प्रधानमंत्री का लिफाफा है। उन्होंने बताया- दान-पात्र में कई लिफाफा थे, जिसके बारे में जानकारी नहीं दी गई। प्रियंका गांधी और कांग्रेस और समाज के स्थानीय नेताओं ने सनातन धर्म, मंदिर और मोदी की छवि को खराब करने के लिए अफवाह फैलाई।

 भाजपा नेताओं की शिकायत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से संबंधित टिप्‍पणी पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है। इसमें पोल पैनल ने 30 अक्‍टूबर तक अपना जवाब देने को कहा है।
-चित्र इंटरनेट से साभार

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