मनीष शर्मा : कॉमन वेल्थ घोटाले.. G20 पूरे आयोजन में कहीं भी एक चवन्नी का घोटाला नहीं…
भारत पहली बार G-20 की मेजबानी कर रहा है…. यह शायद पहली बार है कि भारत इतने बढ़े Global Political Summit की मेजबानी कर रहा है.

वैसे तो G-20 की meetings पिछले कुछ महीनों से चल रही हैं… और यह भारत के सभी राज्यों और UT में हो रही हैं… ताकि हर राज्य और UT को exposure मिले… वहाँ दूसरे देश के नेता, media कर्मी, business tycoons जाएं… राजनीति की बात करें, policy frameworks discuss करें, Business की बात करें… Technology की बात करें.
अब G-20 की final meeting दिल्ली में होने जा रही है… और इसमें 20 सदस्य देशों और कई अन्य मेहमान देशों के राष्ट्रध्यक्ष भाग लेने के लिए पहुंच रहे हैं.
G-20 की तैयारी कई सालों से की जा रही है… यह एक तरह का Showcase है भारत की क्षमताओं का.. भारत की भविष्य की aspirations का…. क्यूंकि अब भारत Global Player है.. तो उसे अपनी शक्ति भी दिखानी होगी.. और इसके लिए G-20 से बेहतर कुछ नहीं… कल को G-7/G-8 या Brics +++ की meetings भी भारत में होंगी…. ओलिंपिक जैसे आयोजन भी अगले 10-15 वर्षों में भारत में होंगे ही.
आप देख सकते हैं कि दिल्ली में इस meeting की कैसी तैयारियां की गई हैं…. इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यवस्था, security सब कुछ Top Notch है….. और यकीन मानिये.. यह सब व्यवस्था किसी भी पश्चिम देश के बराबर, और कहीं कहीं उनसे बेहतर ही है.
प्रधानमंत्री मोदी को Event Manager कहा जाता है… लेकिन वह ना सिर्फ event manager हैं, बल्कि एक बहुत बढ़े Sales and Marketing Wizard भी हैं…. वीडियो देख कर आपको पता लगेगा कि कैसे वह Indian Stack को promote कर रहे हैं.
सबसे बड़ी बात….. इस पूरे आयोजन में कहीं भी एक चवन्नी का घोटाला नहीं हुआ.
याद कीजिये 2010 के कॉमनवेल्थ Games….. Games शुरू होने के कई महीने पहले से घोटाले सामने आने लगे थे… Paper नैपकिन, Bulb जैसी चीजें 100-200 गुणा दामों पर खरीदी गई थी… नेताओं ने जमकर पैसा कमाया था.
लेकिन आज देश में Central Vista बनता है… नई संसद बनती है… बढ़े बढ़े आयोजन होते हैं…..लेकिन घोटाले नहीं होते.
शायद यही कारण है कि विपक्ष परेशान है.. Media का एक. ख़ास खेमा भी परेशान है…. अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं है.. तो कभी 2 साल पुरानी तस्वीर को share करके modi को कोसते हैं.. कभी सोने चांदी की चम्मच पर हल्ला मचाते हैं…. Modi ने कोई मुद्दा छोड़ा ही नहीं बेचारों के लिए.
