प्रधानमंत्री मोदी ने रखी रविदास मंदिर की नींव, बोले- अतीत से सबक लेकर विरासत को बढ़ाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले स्थित बड़तूमा में संत रविदास के मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी है। इस मौके पर उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था, पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता। उन्होंने कहा कि आज मैंने शिलान्यास किया है और एक डेढ़ साल बाद मंदिर बन जाएगा को मैं जरुर आउंगा। और संत रविदास जी मुझे अगली बार आने का मौका देने ही वाले हैं। संत रविदास स्मारक एंव संग्रहालय में भव्यता भी होगी और दिव्यता भी होगा। यह दिव्यता रविदास जी की उन शिक्षाओं से आएगी जिन्हें आज स्मारक नींव में जोड़ा गया है, गढ़ा गया है। समरसता की भावना से ओतप्रोत 20 हजार से अधिक गांवों की 300 से अधिक नदियों की मिट्टी आज इस स्मारक का हिस्सा बनी है। एक मुट्ठी मिट्टी के साथ ही एमपी के लाखों परिवारों ने समरसता भोज के लिए एक -एक मुट्ठी अनाज भेजा है। इसके लिए जो समरसता यात्राएं चल रही थी उनका भी सागर की इस धरती पर समागम हुआ है।

