कमला नेहरू कॉलेज के कैम्पस ने दिए कई होनहार युवा, इसरो में वैज्ञानिक, पुलिस अफसर, शिक्षक-प्रोफेसर बन देश व समाज को कर रहे रोशन

आज एक प्रेस वार्ता में उपस्थित कमला नेहरू महाविद्यालय समिति कोरबा के अध्यक्ष किशोर शर्मा, सचिव सुरेन्द्र लाम्बा, उपाध्यक्ष डॉ आरसी पाण्डेय, सहसचिव उमेश लाम्बा, प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने वर्ष 1971 से संचालित जिले के प्रथम महाविद्यालय जिसने सर्वप्रथम नैक मूल्यांकन से गुजरकर प्राप्त बी-प्लस का उपाधि प्राप्त की है के उच्च शिक्षा जगह में तय किए गए 52 वर्षों के स्वर्णिम सफर में प्राप्त उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

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कोरबा। जिले में सर्वप्रथम नैक मूल्यांकन के साथ बी ग्रेडिंग प्राप्त कमला नेहरू महाविद्यालय, कोरबा वर्ष 1971 से संचालित जिले की पहली उच्च शिक्षण संस्था है। यह प्रतिष्ठित महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से सम्बद्धता व उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त है। यह कोरबा में सर्वप्रथम उच्च शिक्षा की सुविधा प्रारंभ करने वाला महाविद्यालय तो है ही, देश को अनेक ऊर्जावान युवाओं की सौगात देने वाली एक प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्था है। केएन के कैम्पस से पढ़कर निकले युवा देश-दुनिया में कोरबा व छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं।

इनमें केएन कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी विकास अग्रवाल इसरो में वैज्ञानिक हैं, तो वर्तमान में कोरबा जिले में ही कटघोरा में पदस्थ ईश्वर चंद्र त्रिवेदी, पुलिस महकमे में डीएसपी हैं। सत्यम सोनी बालको-वेदांता में है, तो वर्ष 2020 में सीजीपीएससी क्रैक कर कॉलेज की प्रतिभावान छात्रा रहीं स्वाति गुरुदिवान असिस्टेंट प्रोफेसर की जिम्मेदारी निभा रहीं हैं। इसी तरह वर्ष 2018-19 के विद्यार्थी अंकित श्रीवास्तव बिलासपुर में सॉइल टेस्टिंग ऑफिसर के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।

इनके अलावा आईटी सेक्टर की विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों, शिक्षा विभाग, पुलिस-प्रशासन से लेकर अनेक क्षेत्रों में कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त कर निकले युवा कोरबा व छत्तीसगढ़ कोे गौरवांन्वित कर रहे हैं। यहां तक कि कमला नेहरू कॉलेज में अधययन करते हुए अपने राजनीतिक कॅरियर का आगाज करने वाले जयसिंह अग्रवाल न केवल कोरबा, बल्कि छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री की अहम जिम्मेदारी निभाते हुए वर्तमान में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

व्यासायिकता से परे, हर वर्ग के युवाओं के लिए उत्कृष्ट उच्च शिक्षा सुलभ कराना प्राथमिकता

शिक्षा में स्नातक, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान जैसे रोजगारोन्मुखी विषयों को प्रारंभ करने वाला भी यह पहला कॉलेज है, जो कमला नेहरू महाविद्यालय समिति द्वारा संचालित गैर व्यावसायिक संस्था है। संस्था का मूल ध्येय केवल क्षेत्र के आदिवासी युवाओं और हर वर्ग के लिए उच्च शिक्षा की उत्कृष्ट सेवा उपलब्ध कराना रहा है। शिक्षण समिति के अध्यक्ष श्री किशोर शर्मा, उपाध्यक्ष डॉ. आरसी पाण्डेय, सचिव सुरेंद्र लांबा व सहसचिव पद पर उमेश लांबा हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर हैं। इस महाविद्यालय ने अपनी सुविधाओं, संसाधनों, कुशल अकादमिक तंत्र और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के निर्माण के अपने मिशन से प्रदेश स्तर पर भी एक पृथक पहचान स्थापित की। महाविद्यालय में बीए, बीकॉम, बी.एससी (गणित, जीव विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, आई.टी), एमए एजुकेशन व बी.लिब एंड आईएससी (पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान) जैसे स्नातक पाठ्यक्रम के साथ-साथ कला संकाय में हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, अर्थशास्त्र, भूगोल में व विज्ञान विषयों में जूलॉजी, गणित, रसायन, कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर कक्षाएं संचालित हैं।

वहीं पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में एम.लिब एंड आईएससी स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स उपलब्ध हैं। विशेष रुप से कैमिस्ट्री, जूलॉजी, बॉटनी, कंप्यूटर साइंस, इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी व फॉरेस्ट्री विषय के साथ बीएससी कोर्स उपलब्ध है।

पिछले माह नौ विद्यार्थियों के तीन शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च जर्नल में प्रकाशित, 41 विद्यार्थी सी-टेट में सफल

शैक्षिक, खेल व समाजसेवा जैसी अतिरिक्त गतिविधियों के माध्यम से युवाओं का चहुंमुखी विकास पर फोकस तो है ही, कमला नेहरु महाविद्यालय अपने विद्यार्थियों को शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में भी प्रोत्साहित करने निरंतर प्रयासरत है। इसका सुखद परिणाम सत्र 2022-23 में भी सामने आया है, जिसके तहत शिक्षा संकाय में अध्ययनरत नौ छात्र-छात्राओं के तीन अलग विषयों में तीन शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। कृषि प्रधान समाज में भ्रष्टाचार, युवाओं में आत्महत्या की मनोवैज्ञानिक स्टडी, ड्रिंकिंग और ड्रग एडिक्शन के रास्ते पर बढ़ती युवाओं की संख्या जैसे महत्वपूर्ण और गंभीर विषयों पर यह शोध पत्र मल्टीडिसिप्लीनरी इंटरनेशनल रिसर्च जर्नल (आईएसएसएन नंबर 2278-9308, इनपुट फैक्टर 8.575) प्रकाशित हुए हैं।

कमला नेहरु कॉलेज के यूनिवर्सिटी टॉपर

सरिता मिश्रा- (वर्ष 2022-23)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में गोल्ड टॉपर.
बरखा भारद्वाज (वर्ष 2022-23)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में सेकेंड टॉपर.
अंगूरा यादव (वर्ष 2022-23)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में तृतीय टॉपर.
आकांक्षा (वर्ष 2022-23)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में पांचवां स्थान.
सौरभ गुरुद्वान (वर्ष 2022-23)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में छठवां स्थान.
अतुल कुमार (वर्ष 2021-22)- बीलिब प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान.
दिव्या कौशिक- (वर्ष 2020-21)- एमए हिंदी प्रावीण्य सूची में द्वितीय स्थान.
कुंदन कर्ष- (वर्ष 2021-22)- एमएससी कंप्यूटर साइंस प्रावीण्य सूची में तृतीय स्थान.
जयंती देवांगन- (वर्ष 2021-22)- पीजीडीसीए प्रावीण्य सूची में तृतीय स्थान.
आशुतोष पटेल- (वर्ष 2021-22)- पीजीडीसीए प्रावीण्य सूची में पांचवा स्थान.
मनीष कुमार- (वर्ष 2021-22)- पीजीडीसीए प्रावीण्य सूची में दसवां स्थान.
अनम खान- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में प्रथम स्थान.
सुभी यादव- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में द्वितीय स्थान.
मधु पांडेय- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में छठवां स्थान.
अनम खान- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में प्रथम स्थान.
तृप्ति साहू- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में आठवां स्थान.
विजया शांति- (वर्ष 2020-21)- एमएससी कंप्यूटर साइंस, मेरिट में नौवां स्थान.
वर्ष 2021-22 में एमए एजुकेशन की टॉप-10 सूची में एक से दसवें रैंक तक कमला नेहरु कॉलेज के विद्यार्थी यूनिवर्सिटी टॉपर.
मार्च 2023 में आए नतीजों में कमला नेहरु कॉलेज के 41 विद्यार्थी सी-टेट में सफल हुए.

मुख्य बिंदू :-

1. विश्वविद्यालय की गाइडलाइन अनुरूप प्रवेश प्रक्रिया जारी है। अभिभावक उत्कृष्ठ संस्था में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए भरोसे के साथ निश्चिन्त होकर प्रवेश दिला सकते हैं।

2. श्रेष्ठ प्रध्यापकों द्वारा यूजीसी, उच्च शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालय से निर्धारित गाइडलाइन अनुरूप उत्कृष्ट शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित किया जा रहा है।

3. संस्था पर छात्रों के भरोसे के उदाहरण हैं कि एमएससी केमेस्ट्री की 40, बीएड की सभी 100 सीटें भर जाती हैं। इसी तरह एलएलबी, कम्प्यूटर साइंस, पीजीडीसीए व एमएससी जूलॉजी की सभी सीट भर जाती हैं। किसी भी परेशानी या प्रवेश में होने वाली समस्या से बचने के लिए शीघ्र ही प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण कर छात्र अपनी सीट सुरक्षित कराएं।

4.ज्योतिभूषण प्रताप विधि महाविद्यालय में पांच वर्षीय बीए एलएलबी व एलएलएम की भी कक्षा प्रारम्भ करने हेतु समिति प्रयासरत है, जिसके लिए उच्च शिक्षा विभाग की टीम सर्वेक्षण कर चुकी है। प्रयास है कि दोनों कोर्स इसी सत्र से प्रारम्भ हो सकें।

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