प्रदूषण पर बीएमस का आंदोलन..? ..डेंगुर नाला लालघाट से होगी शुरुआत..??
कोरबा। कोरबा में प्रदूषण की विकराल समस्या है। प्रदूषण की मार से त्रस्त कोरबवासियों को प्रतीक्षा है एक दमदार नेतृत्व की जो आगे आकर वास्तव में उनको और आने वाली पीढ़ियों को कुछ उबार सके।
ऐसे समय में एक रैली निकालकर बीएमस द्वारा प्रदूषण को लेकर आंदोलन के आगाज़ की घोषणा की गई है। बालको द्वारा डेंगुर नाले में लगातार प्रवाहित किया जा रहा दूषित जल बीएमस के निशाने पर होगा, इसे लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। ये अलग बात है कि औद्योगिक प्रदूषण निस्तारण को लेकर पर्यावरण विभाग कोरबा द्वारा गंभीर चेतावनी भी बालको प्रबंधन को दूषित काले अपशिष्ट जल युक्त तेल को लेकर पूर्व में जारी की जा चुकी है। लालघाट से होकर बहने वाली केसला नदी कहें या डेंगुर नाला में लगातार बालको प्रबंधन के द्वारा काला पानी प्रवाहित किया जा रहा है और यही पानी सीधे हसदेव नदी में जाकर मिल रहा है लेकिन इस पर ब्रेक नहीं लग सका है।
पिछले दिनों स्थानीय स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या व निदान किए जाने को लेकर आमसभा व रैली आयोजित कर बीएमएस ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि निराकरण नहीं होने पर भारतीय मजदूर संघ पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एक वृहद आंदोलन छेड़ेगी।
हालांकि इससे पूर्व भी कई बार अनेक संगठनों, राजनीतिक दलों के द्वारा इस विषय पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है लेकिन आंदोलन का प्रेस विज्ञप्तियों में मात्र आगाज़ ही हुआ, अपने पूर्ण अंजाम तक कोई आंदोलन नहीं पहुंचा। ऐसे में बीएमस की चेतावनी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी विषय पर अभी कुछ समय पूर्व ही बीएमस द्वारा संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया था।
सीधे आंदोलन की घोषणा के साथ ही रैली का आगाज़ बीएमस ने किया है इससे लोगों को विश्वास जगा है कि डेंगुर नाले में प्लांट का काला केमिकलयुक्त जल प्रवाहित कर जीवनधारा-जीवनदायिनी हसदेव के माध्यम से निगम क्षेत्र के निवासियों के जीवन-स्वास्थ्य के साथ जिस प्रकार से खिलवाड़ किया जा रहा है उसको लेकर बीएमस शीघ्र ही कोई बड़ा आंदोलन करेगी।
अगर वास्तव में ऐसा होता है और तो जिले में एक नए परिवर्तन की शुरुआत होगी।
आम सभा के पश्चात रैली के माध्यम से जिला कार्यालय पहुंचकर जिला प्रशासन के नायाब तहसीलदार महोदय को पर्यावरण प्रदूषण की समस्या व उसके समाधान किए जाने हेतु 12 सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया।
भारतीय मजदूर संघ जिला कोरबा के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या व इसका समाधान किए जाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
इसी क्रम में मंगलवार को शाम 4 बजे बालको रोड, आईटीआई चौक रामपुर कोरबा में आम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल, राष्ट्रीय पर्यावरण मंच प्रभारी लक्ष्मण चंद्रा, भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दिलीप कुमार यादव व हेतराम कर्ष विशेष रूप से उपस्थित रहे। आमसभा व ज्ञापन कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ कोरबा के जिला अध्यक्ष शरद नायर ने और कार्यक्रम का संचालन जिला मंत्री नवरतन बरेठ ने किया।
अखिल भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जयसवाल ने कहा कि यदि समय रहते शासन के द्वारा हमारी मांगों को पर अमल नहीं किया गया, तो आने वाले समय में भारतीय मजदूर संघ पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एक वृहद आंदोलन करेगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी के साथ जिला भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों में संजीव शरद शर्मा, श्रीनिवास राव, मनमीत सिंह, माखन वर्मा, आशीष कुम्भकार, सत्य प्रकाश गांधी गुप्ता पूजा सिंह, व जिले के विभिन्न उद्योगों एसईसीएल से दादू लाल राठौर, बाबूलाल चंद्रा, अमिया मिश्रा, बनवारी लाल चंद्रा, राजेंद्र यादव, रमेश गुरुद्वान, मणिशंकर तिवारी, बिजली से डी. वेंकट राव, हेतराम खुटे, केदार राठौर, श्रीमती पूर्णिमा साहू, अजय मिश्रा, बाल्को से राकेश कुमार सिंह, पुष्पराज ओग्रे, अशोक यादव, अनिल दुबे, अमित पटेल, अस्मत अली, पवन शर्मा, केदारनाथ बरेठ, शैलेंद्र सिंह, मनोहर लाल कश्यप, जितेंद्र नवरंगे, विनोद पासवान, आंगनबाड़ी से हेमलता कंवर, मीना सोनी, महेश्वरी तिवारी, श्यामा महंत, पुष्पा पैकरा, धनकुंवर, लकेश्वरी सिंह, श्याम कुमारी निर्माण मजदूर संघ से राधिका निर्मलकर, खेमसाय यादव, झाड़ूराम निर्मलकर, राकेश शर्मा, अनिल पटेल, संविदा मजदूर संघ से केशव चौहान, मंगल माझी, अशोक मिंज सहित सभी उद्योगों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
पर्यावरण प्रदूषण की समस्या व उसका समाधान किए जाने हुई इस आम सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जयसवाल ने कहा कि आज विभिन्न उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण के कारण भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में गंभीर समस्या बनी हुई है। प्रदूषण के कारण मनुष्य कई प्रकार के गंभीर समस्याओं से जूझता रहता है। जिससे उनकी शारीरिक व मानसिक बीमारी प्रमुख कारण है। प्रदूषण के कारण जलवायु में भी कई प्रकार के परिवर्तन होते रहता हैं। असमय वर्षा, बाढ़, तापमान में परिवर्तन, इसी पर्यावरण प्रदूषण की परिणाम है। भारतीय मजदूर संघ के द्वारा एल-20 कार्यक्रम के माध्यम से पूरे भारत भर में जन जागरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। शासन-प्रशासन को भी इस पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए।