कार्यक्रमों के साथ जनसंपर्क उईके ने फूंका चुनावी बिगुल.. अन्य दलों से जुड़े पुराने समर्थक खुलकर कर रहे मंच साझा…
कोरबा। पाली तानाखार विधानसभा की राजनीति के मंजे खिलाड़ी और तीन बार के विधायक रामदयाल उइके एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। विभिन्न कार्यक्रमों के बहाने अपने समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करते हुए चुनावी वर्ष 2023 के लिए बिगुल फूंक दिया है।
इस विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों कबड्डी प्रतियोगिता, क्रिकेट स्पर्धा, अखंड नवधा रामायण, भागवत कथा, सामाजिक सम्मेलन, कार्यक्रम आदि अन्य विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें भाजपा के पूर्व प्रत्याशी रामदयाल उइके की सक्रियता और भागीदारी ने विरोधियों के माथे पर शिकन ला दिया है।
उक्त कार्यक्रमों में रामदयाल की उपस्थिति साथ ही उनके कांग्रेस पार्टी में रहने के दौरान खासमखास रहे पुराने साथी अथवा समर्थक चाहे वह किसी भी दल के रहे हो,खुलकर मंच साझा कर रहे हैं। विधायक मोहित केरकेट्टा के गृह ग्राम पोलमी भी अछूता नहीं रहा जहां एक कार्यक्रम में श्री उईके बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए ,वही क्षेत्र के कई अन्य कार्यक्रमों में भी श्री उईके को जिस तरह से मुख्य अतिथि बनाकर आमंत्रित किया जा रहा है यह उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
वैसे भी वह काफी लोकप्रिय रहे हैं और पार्टी के दिगर अपनी अलग छवि बना चुके हैं। इन कार्यक्रमों में सबसे अहम बात यह है कि श्री उईके उस क्षेत्र के अपने खास समर्थकों को विशेष तरहीज दे रहे हैं और समर्थक भी खुलकर साथ आ रहे हैं। इनमें पूर्व विधायक प्रतिनिधि,कांग्रेस के पदाधिकारी भी शामिल हुए हैं।
भले ही राजनीतिक कार्यक्रम ना हो सामाजिक कार्यक्रम हो या अन्य …..वे इस बहाने एक तीर दो शिकार बल्कि कई शिकार कर रहे हैं। यह आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि भाजपा में भी श्री उईके के अलावा कई अन्य दावेदार हैं जिनमें रामेश्वरी विजय बहादुर जगत काफी सक्रिय हैं। पार्टी किसे टिकट देती है यह भविष्य के गर्त में है लेकिन जिस तरीके से रामदयाल उइके अचानक सक्रिय होकर सबको साथ लेकर की चलने की रणनीति पर कार्य रहे हैं और इनके पुराने साथी, समर्थक व पार्टी कार्यकर्ता हाथों हाथ ले रहे हैं इससे विरोधियों के माथे पर चिंता की लकीर आना स्वाभाविक है।
कांग्रेस की जीत बनाम उईके…!!
बीते विधानसभा चुनाव 2018 में पार्टी के कांग्रेस से तीन बार के विधायक रहे रामदयाल उइके ने भाजपा ज्वाइन कर ली। जिससे कांग्रेस के समक्ष पार्टी उम्मीदवार नहीं मिल रहा था, ऐसे में छजका के अघोषित उम्मीदवार मोहित केरकेट्टा ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा और उन्हें गॉड गिफ्टेड टिकट मिल गई। इतना ही नही भाजपा और हीरा सिंह मरकाम के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने ऐतिहासिक और अभूतपूर्व चुनाव लड़ा। ऐसे में कांग्रेस की जीत को केरकेट्टा की जीत कहकर पचा पाना आसान नहीं है।
उस चुनाव में भले ही रामदयाल के खिलाफ एंटीकम्बेसी थी लेकिन उन्होंने जो मैदान तैयार किया था और कांग्रेस के परंपरागत वोट ने श्री केरकेट्टा की जीत सुनिश्चित कर दी। चुनाव के दौरान श्री केरकेट्टा ने आम जनता और कार्यकर्ताओं को जो वादा किया था उस पर वह कितना खरा उतरे यह तो आगामी चुनाव में पता चलेगा। लेकिन क्षेत्र में उनके खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है। विशेषकर कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर नहीं किया गया तो उनको लेने के देने पड़ सकते हैं। -साभार