मड़वारानी मंदिर में महामृत्युंजय जप..20 जुलाई को हवन

कोरबा। मां मड़वारानी सेवा एवं जनकल्याण समिति द्वारा संचालित मां मड़वारानी मंदिर में समिति के द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन माह के प्रथम दिवस से सात दिवस तक पूजा अर्चना का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही मां मड़वारानी दाई मंदिर पहाड़ ऊपर जाने के बीच स्थित श्री हनुमानजी  की मंदिर में महामृत्युंजय जाप यज्ञ दिनांक 14 जुलाई गुरुवार से प्रारंभ हुआ हैं, जिसका हवन, भंडारा दिनांक 20 जुलाई बुधवार आयोजित किया गया है।

महामृत्युंजय जाप यज्ञ पीठासीन पंडित भागीरथी दुबे दसमहाविद्या ज्योतिष पीठ चांपा एवं सात पंडितों के द्वारा संपन्न किया जा रहा है। समिति के व्यवस्थापक संतोष सोनी, अध्यक्ष कन्हैया कंवर, सचिव विनोद कुमार साहू एवं समस्त सदस्यगण, श्रद्धालुओं ने 20 जुलाई को होने वाले अभिषेक, हवन, भंडारे में जिलेवासियों से शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

उल्लेखनीय है कि मड़वारानी मंदिर एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है और इस मंदिर की व्यवस्था यहां के मूल निवासियों के द्वारा ही की जाती है। यह मंदिर एवं माता मड़वारानी यहां के मूल निवासियों की आस्था एवं श्रद्धा का प्रतीक है और यहां यह माना जाता है जब भी कोई संकट यहां के लोगों एवं यहां के गांव पर पड़ती है तो माता मड़वारानी स्वयं प्रकट होकर इन गांव के लोगों की रक्षा करती है।मंदिर पहाड़ी की चोटी यह मंदिर घने प,र्वतों ,फूलों ,फलदार, वृक्षों से गिरा हुआ है एवं आयुर्वेदिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो जाता है । पहाड़ में पक्षियों ,पशु ,जानवर, जैसे भालू बंदर सभी को मंदिर के आसपास घूमते देखा जा सकता है।
मां मड़वारानी मंदिर पहाड़ के ऊपर जाने वाले मार्ग में हनुमान जी की उपस्थति का एहसास होता है। हनुमान मंदिर के प्रांगण में श्रद्धालुओं के लिए रुकने और खाने की व्यवस्था है।
मड़वारानी पहाड़ के नीचे भगवान विष्णु, भगवान शिव, नवदुर्गा एवं राधा-कृष्ण मंदिर भी स्थित है। मां मड़वारानी मंदिर के दर्शन के बाद परिवार और दोस्तों के साथ थीपा-पानी, चुहरी, कोठी-खोला जैसे कई प्राकृतिक स्थल का आनंद ले सकते हैं। हसदेव तट, कुर्रिहा तट, झींका तट, खरहरी स्टॉप डैम पर्यटकों की सर्वाधिक पसंदीदा स्थल है।

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