पेट्रोल-डीजल : 200₹ लीटर चलेगा..कीमतों पर सस्ती राजनीति के बाद घटे दर पर विपक्षी नौटंकी

पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कमी के बाद राज्यों से की गई सरकार की अपील के बादअब बीजेपी शासित राज्यों ने वैट कम करना शुरू कर दिया है।

केंद्र सरकार ने जहां, डीजल पर 10 रुपये तो पेट्रोल पर 5 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की है, वहीं एक के बाद एक बीजेपी शासित राज्यों ने वैट घटाए जाने का ऐलान करना शुरू कर दिया है। जिससे निश्चित रूप से गरीब और मध्यम वर्ग को काफी मदद मिलेगी। केंद्र सरकार का कहना है कि ये फैसला से पूरे इकोनॉमिक साइकिल को और स्पीड देगा।
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हालांकि, डीजल और पेट्रोल पर वैट की दरों को बहुत ज्यादा रखते हुए गरीबों, किसानों और मध्यम वर्ग की देखभाल करने का दिखावा करने वाले कई विपक्षी राज्यों की तरफ से वैट कम करते हुए और राहत दिये जाने की जगह अब घटाए गए पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर सस्ती राजनीति करने वाले विपक्षी दलों को सस्ती राजनीतिक नौटंकी करने का एक बंदर के हाथ उस्तरा का मुद्दा मिल गया है।
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राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों पर खुलकर बात करने वाले चन्दर मोहन अग्रवाल लिखतें हैं…
 “आज गाड़ी में 74.3 लीटर डीजल डलवाया । तकरीबन 823.00 बच गए। थोड़ी सी खुशी हुई। फिर हिसाब लगाया तो पाया कि यह डीजल पूरा महीना चलेगा। उस हिसाब से
₹27.45 रोज के बच गए। पर इस बचत से कोई खुशी नहीं हुई क्योंकि यह रकम इसलिए नहीं बची  थी कि अंतरराष्ट्रीय मार्किट में तेल की कीमतें कम हो गयी थीं बल्कि यह बचत इसलिये हुई थी कि सरकार ने टैक्स कम कर  दिया था।
जी हां वही टैक्स जिससे मोदी सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट खरीद रहा था, वही टैक्स जिससे मोदी इन जवानों के लिए आधुनिक राइफल्स खरीद रहा था, पनडुबियाँ, लड़ाकू जहाज, टैंक, हेलीकॉप्टर, एयर डिफेन्स सिस्टम, मिसाइल्स, आधुनिकतम हथियार खरीद रहा था। उनकी तैनाती समय पर हो सके उसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर रहा था। सेना की 12 महीने मूवमेंट हो सके उसके लिए सुरंगे बना रहा था। इन सब की  मेरे देश के जवानों को जरूरत है। भारत के आत्मसम्मान को कायम रखने के लिए इनकी जरूरत है , इससे मेरा अपना सर  भी ऊंचा और सींना चौड़ा होता है।
नहीं।
मुझे नहीं चाहिये सस्ता पेट्रोल। मैं अपना लैपटॉप, अपना कंप्यूटर, अपना मोबाइल एक साल और चला लूंगा अगर फिर भी जरूरत पड़ी तो एक रोटी कम खा लूंगा पर मोदी जी आपको टैक्स कम करने की कोई जरूरत नहीं। जो आपके साथ खड़े हैं वो 200 पेट्रोल होने पर भी आपके साथ खड़े रहेंगे और जो आपके साथ नहीं हैं उनको आप पेट्रोल 50 रूपये भी कर दो तो आपका वो विरोध ही करेंगे।
मैने कहा था अगर हो सके तो पेट्रोल के दाम कम कर दो पर जिस तरह से पेट्रोल के दाम कम करने पर उल्टा कुछ ना शुक्रियों द्वारा विरोध हुआ है लगता है आपको उलटा ₹10 और बड़ा देने चाहिए  ताकि पता लग सके कौन देश से प्यार करता है और कौन कुछ भी कर लो गद्दारी करने से बाज नहीं आएगा।
उन सभी कुतों के लिए जिन्हें मोदी का टैक्स कम करना रास नहीं आया मेरी तरफ से..**❗”

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