UP में कानून व्यवस्था लचर, राहुल गाँधी के साथ धक्का मुक्की करना अत्यंत निंदनीय – मेमन
कोरबा। 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र कुछ दरिंदों ने एक 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। इसके बाद दो दिनों पूर्व लड़की की मौत हो गयी। मुख्यमंत्री के इशारे पर पीड़ित परिवार के परिजनों को अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और पीड़ित परिवार को कमरे में जबरन बंदकर रात 03 बजे बिना क्रिया कर्म के पेट्रोल डालकर अंतिम संस्कार का ढोंग कर किसी सबूत को मिटाने का काम किया है। इसी सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित अन्य कांग्रेस नेताओ को रेप पीड़िता के घर जाने से रोकने की लिए उत्तर प्रदेश सरकार अपनी पूरी ताकत लगा दी। हद तो तब हो गयी जब कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के साथ पुलिस ने बर्बरता पूर्वक व्यवहार करते हुए धक्का मुक्की की और लाठिया भांजी, जिससे राहुल गाँधी नीचे गिर गए। यह घटना आदित्यनाथ की असंवेदनशीलता को प्रदर्शित करती है। इसकी जितनी भी निंदा की जाय वह कम है।
इस सम्बन्ध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्प संख्यक विभाग के प्रदेश महामंत्री रफीक मेमन ने इस घटना की कटु निंदा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की सारी संवेदनाये मर चुकी है। तभी पीड़ित परिवार से कांग्रेस नेताओ को मिलने से रोकना चाहती है लेकिन सरकार की दमनात्मक कार्यवाही से कांग्रेस झुकने वाली नहीं है। राहुल गाँधी के मिलने जाने से उसकी असलियत सामने आ जाती। इसी लिए सरकार राहुल गाँधी को रोकना चाहती है। उत्तरप्रदेश में जंगल राज कायम हो गया है। लगातार रेप की घटनाओ ने उत्तर प्रदेश सरकार के लॉयन ऑर्डर की पोल खोल कर रख दी है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ ने नारे की हवा खुल चुकी है। भाजपा की कथनी और करनी का अंतर समझ में आ गया है।