कांग्रेस एक परिवार को समर्पित, उनके लिए ‘फैमिली फर्स्ट’ और हमारे लिए ‘नेशन फर्स्ट’- राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 6 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार को समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लिए ‘फैमिली फर्स्ट’ है जबकि हमारे लिए ‘नेशन फर्स्ट’ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण सबका घालमेल था। जहां सबका घालमेल हो, वहां सबका साथ हो ही नहीं सकता। कांग्रेस के मॉडल में सर्वोपरि है ‘फैमिली फर्स्ट’। इसलिए उनकी नीति-रीति, उनकी वाणी-वर्तन उस एक चीज को संवारने में खपता रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया। ये हम सब का दायित्व है। इसीलिए देश ने हम सब को यहां बैठने का अवसर दिया है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे सबका साथ सबका विकास के लिए कुछ अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती है। ये उनकी सोच के बाहर है, समझ के भी बाहर है। उनके रोडमैप में सही नहीं बैठता। इतना बड़ा दल एक परिवार को समर्पित हो गया है, उसके लिए सबका साथ, सबका विकास संभव ही नहीं है।’
उन्होंने साफ कहा कि ‘मैं बड़े गर्व और संतोष के साथ कहता हूं कि देश को 2014 के बाद एक नया मॉडल देखने को मिला है और ये नया मॉडल तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण पर भरोसा करता है। पहले के मॉडल में कांग्रेस के कालखंड में तुष्टिकरण हर चीज में था। यही कांग्रेस की राजनीति की औषधि बन गई थी। देश ने तीसरी बार हमें सेवा का मौका दिया है। इसका मतलब देश ने जनता के विकास के मॉडल को समझा है, परखा है और फिर समर्थन दिया है। हमारे विकास के मॉडल को एक शब्द में अगर कहना है तो मैं कहूंगा ‘नेशन फर्स्ट’।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘आज जातिवाद का ज़हर फैलाने का एक भरपूर प्रयास हो रहा है। तीन दशकों से दोनों सदनों और सभी दलों के ओबीसी सांसद मांग कर रहे थे कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। शायद यह उस समय उनके राजनीतिक हितों के अनुकूल नहीं था।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र से प्रेरित होकर सामान्य-वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। और इसका सभी समुदाय ने स्वागत किया। पूरे राष्ट्र ने इसे स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कांग्रेस रंग बदलने में बड़ी माहिर लग रही है। वे इतनी जल्दी अपना नकाब बदल लेते हैं, जो साफ नज़र आ रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘संविधान निर्माताओं का सम्मान किया जाना चाहिए था और हमें उनके काम के हर पहलू से प्रेरणा लेनी चाहिए थी। लेकिन यह कांग्रेस ही थी जिसने आजादी के तुरंत बाद संविधान निर्माताओं की भावनाओं की पूरी तरह से धज्जियां उड़ा दी थीं। देश के सम्मानित नेताओं हथकड़ी और जंजीरों से बांधा गया था। इनके मुंह में संविधान शब्द शोभा नहीं देता है।’
