दिलीप मंडल : क्यों.. ये भारतीय इतिहास की सबसे ज्यादा आम सहमति की सरकार है
नरेंद्र मोदी गर्म खाना पसंद नहीं करते। वे हमेशा ठंडा करके खाते हैं।
वे भारत की सबसे ज़्यादा आम सहमति वाली सरकार चला रहे हैं।
राम मंदिर बना, शांति से। एकदम शांति से। 370 हटा शांति से। जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान लागू हुआ। बिना झमेले के। आराम से।
वे हमेशा ठंडा होने देते हैं। इंतज़ार करते हैं फिर निर्णायक हो जाते हैं। वे राष्ट्रीय सहमति बनाते हैं।
तीन तलाक़ हटा, आराम से। ईडब्ल्यूएस और महिला आरक्षण के लिए संविधान संशोधन हुआ, लगभग आम सहमति से।
उनके कार्यकाल में हुए सभी आठ संविधान संशोधन के लिए कांग्रेस ने भी वोट डाला। जहां विरोध हुआ और सहमति नहीं बनी, वे पीछे भी हटे। इज़्ज़त का सवाल नहीं बनाया।
राष्ट्र हित सर्वोपरि।
राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगना लगभग बंद हो चुका है।
मोदी गर्म कुछ भी नहीं खाते। सीएए पर जब तक क़ानून का विरोध होता रहा, वे रुके रहे। जब सीएए लागू हुआ तो पूरे देश में कहीं भी दस लोग भी सड़क पर नहीं आए। सब कुछ चुपचाप।
भारत के सबसे विवादास्पद मुद्दों को उन्होंने जिस तरह शांति से, ठंडा करके और आम सहमति से निपटाया वह बाकी नेताओं के लिए सबक है।
ये भारतीय इतिहास की सबसे ज़्यादा आम सहमति की सरकार है।
भारत जैसा विविधता वाला देश ऐसे ही चलना चाहिए। अधिकतम लोगों को साथ लेकर। अधिकतम इसलिए क्योंकि कई बार पूर्ण आम सहमति नहीं बन पाती। लेकिन कोशिश पूर्ण सहमति की होनी चाहिए।
पर सब कुछ शांतिपूर्ण तरीक़े से होना चाहिए। ठंडा करके खाना बेहतर है। जीभ नहीं जलती।