कौशल सिखौला : योगी सूत्र “बंटेंगे तो कटेंगे” के सामने “जातिवाद” का विपक्षी गणित फेल
दो शब्दों ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक सनसनी फैला दी । ये शब्द कोई नारा नहीं हैं , बस दो शब्द हैं , पर अब नारा बन गए हैं । शब्द चूंकि योगी आदित्यनाथ के मुख से निकले तो विपक्ष आगबबूला है । योगी और हेमंता बिस्व सरमा कुछ भी बोलें और प्रतिक्रिया न हो , यह असंभव है।
उन्होंने सहज भाव से कहा था कि बंटेंगे तो कटेंगे । यूं तो बात साधारण सी है । प्रत्येक पिता अपने पुत्रों से कहता है कि सदा मिलकर रहना , अलग न होना । अलग होगे तो टूट सकते हो , साथ रहोगे तो अटूट रहोगे । हमारी पीढ़ी के लोगों ने बचपन में एक किसान की कहानी भी पढ़ी होगी जो परिवार की एकता से संबंधित थी।
खैर ! बात आज की करते हैं । योगी का बंटोगे तो कटोगे तो चल निकला । राजनैतिक माहौल में कैसे आए ये शब्द , जानने के लिए कुछ महीने पीछे जाना पड़ेगा । पीएम ने लोकसभा चुनाव में 370 पार और 400 पार के उद्घोष किए थे । विपक्ष ने 400 पार को आरक्षण से जोड़कर हथियार बना लिया । यह हथियार कामयाब निकला , सरकार पूर्ण बहुमत से वंचित रह गई , सहयोगियों के दम पर बनीं।
यहीं एक गलती राहुल गांधी से हो गई । उन्होंने चुनाव के दौरान ही बिहार वालों से जाति जाति बोलना सीख लिया । आरक्षण को जाति जाति से जोड़कर उन्हें बड़ा खेलने की हिदायत दी गई थी । लेकिन क्या करें , बीच में योगी का बंटोगे तो कटोगे आ गया । ये दो शब्द योगी के मुँह से ऐसे निकले कि राहुल की सारी उधारी होशियारी हवा हो गई।
अब मीडिया में चल रहा है कि योगी के इसी बटोगे तो कटोगे के कारण बीजेपी हरियाणा में जीत गई । यह नारा अब महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव में चल निकला है । कमाल देखिए बंटेंगे तो कटेंगे की हवा चलते ही राहुल का जाति जाति फुर्र हो गया । अब कोई नहीं बोल रहा कि जाति जनगणना कराई जाए।
बात फिर आकर बंटने या कटने पर अटक गई है । योगी के बुल्डोजर मॉडल की धमक भारत के राज्यों में तो फैली ही , न्यूयार्क तक पहुंच गई थी । अब बंटने और कटने का भय भारत में सर्वत्र फैल गया है । पर कौन बंटेगा और कौन कटेगा , इस बाबत कुछ बताया नहीं गायक , आप खुद सोचिएऔर खुद समझिए । एक बात अब एकदम साफ है कि किसके बंटने से कौन कटेगा , जनता सब समझ गई है।
देखिए , 400 पार से शुरु हुई बात कहां से कहां आ पहुंची । आरक्षण समाप्त करने का भय दिखाकर बीजेपी को घेर चुके राहुल गांधी की हम एक बात के लिए हम उनकी सराहना करते हैं । अमेरिका में एक साक्षात्कार में राहुल गांधी ने कहा था कि देश में जब समानता हो जाएगी तब आरक्षण समाप्त हो जाएगा । उन्होंने पूरी तरह सच बात कही थी।
देश में चूंकि राजनीति प्रबल ही अतः उनके बयान को बीजेपी आरक्षण से जोड़कर उन्हें ट्रोल कर रही है । देश में ऐसा ही होता है । लेकिन बंटेंगे तो कटेंगे आरक्षण से बड़ा मुद्दा बनकर छाया हुआ है । दरअसल योगी ने बीजेपी को एक बड़ा सूत्र दे दिया है । योगी का यह नारा तो सीधा है , पर अब प्रधानमंत्री मोदी भी इसे कुछ संभाल कर उद्धृत करने लगे हैं । दो शब्द नारा बन गए और चल निकले । शब्द यदि जहन में उतर जाएं तो असर डालते हैं।