मोदी क्यों बोले – “ईवीएम जिंदा है कि मर गया.. ब्रेकिंग न्यूज के आधार पर देश चलेगा नहीं.. हम न हारे थे और न हम हारेंगे”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सर्वसम्मति से एनडीए संसदीय दल का नेता चुनने के बाद एनडीए संसदीय दल के सभी नेताओं की एक बैठक आज 7, जून को पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार में हम अगले 10 साल में विकास और गुड गवर्नेंस पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि हम विकास और गुड गवर्नेंस का एक नया अध्याय लिखेंगे। जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे और सब मिलकर के विकसित भारत के सपने को साकार करेंगे।
एनडीए का नेता चुने जाने पर उन्होंने सबका आभार प्रकट करते हुए कहा कि मेरा बहुत सौभाग्य है एनडीए के नेता के रूप में आप सब साथियों ने सर्वसम्मति से चुन करके मुझे एक नया दायित्व दिया है और इसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019 के बाद एक बार फिर इस दायित्व का मतलब है कि हम दोनों के बीच आपस में विश्वास का सेतु इतना मजबूत है कि आप सबके प्रति जितना धन्यवाद करूं उतना कम है।
एनडीए संसदीय दल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए आज देश के 22 राज्यों में सरकार बनाकर लोगों की सेवा कर रहा है। यह अलायंस सच्चे अर्थों में भारत की असली स्पिरिट है। यह भारत की आत्मा और जड़ों में रचा-बसा है। हिंदुस्तान के राजनीति के इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति में गठबंधन के इतिहास में प्री पोल अलायंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है जितना कि एनडीए हुआ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आपने जिस प्रकार से हमें बहुमत देकर सरकार चलाने का सौभाग्य दिया है ये हम सबका दायित्व है कि हम सर्वमत का निरंतर प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। तथ्यों के आधार पर कह सकता हूं यह सबसे सफल एलायंस है। हम गर्व से कह सकते हैं कि पांच साल का टर्म होता है। इस अलायंस ने 30 साल में से पांच- पांच साल के तीन टर्म सफलतापूर्वक पार किए हैं और एलायंस चौथे टर्म में प्रवेश कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सत्ता प्राप्त करने या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। यह राष्ट्रप्रथम की मूल भावना से कमिटेड समूह है। यह भारत के राजनीतिक व्यवस्था में एक ऑर्गेनिक अलायंस है। एनडीए को जो लोग देखते हैं उसमें कॉमन चीज नजर आती है वह है गुड गवर्नेंस।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक में अभी इनकी सरकारें बनी थी, लेकिन पल भर में ही लोगों का विश्वास टूट गया। लोग भ्रम से बाहर आ गए और एनडीए को गले लगा लिया। कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में जिस तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है वह साफ-साफ संदेश दे रहा है कल मैं क्या लिखा हुआ है। और ये जो यहां दिखता है ना ये पवन। ये पवन नहीं आंधी है।
ईवीएम मामले पर विपक्ष पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे यह बताओ कि ईवीएम जिंदा है कि मर गया। क्योंकि यह लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र और लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास उठ जाए। ईवीएम ने उनको चुप करा दिया। यह ताकत है भारत के लोकतंत्र की। यह ताकत है भारत के चुनावी तंत्र की चुनाव आयोग की। इंडी गठबंधन वाले जब ईवीएम का विरोध करते हैं तो मैं सिर्फ एक चुनाव के रूप में नहीं देख रहा। मैं मानता हूं ये लोग मन से पिछली शताब्दी के सोच वाले लोग है। ना टेक्नोलॉजी के महत्व को समझते हैं ना टेक्नोलॉजी स्वीकार करने को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2024 के लोकसभा के चुनाव के जो नतीजे हैं, यह एनडीए का महाविजय है। गठबंधन के इतिहास में अगर आंकड़ों के हिसाब से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन की सरकार है लेकिन कोशिश यह की गई कि इस विजय को स्वीकार नहीं करना, लेकिन ऐसी चीजों की बालमृत्यु हो जाती है और हो भी गई। देशवासी जानते हैं कि ना हम हारे थे, ना हम हारे हैं। चार तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है। वह हमारी वह पहचान बताता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं। आप सोचिए 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर 2014, 2019 और 2024 तीन चुनाव को देखा जाए तो कांग्रेस को तीनों चुनाव जोड़कर उतनी सीटें नहीं मिली हैं जितनी बीजेपी को इस चुनाव में मिली हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नव निर्वाचित सांसदों से अफवाहों से दूर रहने को भी कहा। उन्होंने कहा कि इंडी वालों ने शायद फैक न्यूज में डबल पीएचडी कर ली, इसलिए अफवाहों से दूर रहें। ब्रेकिंग न्यूज के आधार पर देश चलेगा नहीं यह मानकर चलें।
उन्होंने कहा कि 2024 का जनादेश एक बात को बार बार मजबूती दे रहा है कि देश को आज के वातावरण में सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है। मैंने पहले भी कहा था जो 10 वर्ष हमने काम किया है वह तो ट्रेलर है। यह मेरा कमिटमेंट है। हमें और तेजी से और विस्तार से और तेज गति से देश के आकांक्षाओं को पूर्ण करने में कोई विलंब नहीं करना है। जनता-जनार्दन चाहती है हम पहले से ज्यादा डिलीवर करें। जनता चाहती है कि हम खुद ही हमारे पुराने रिकॉर्ड तोड़े।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा पलपल देश के नाम है। हमें मिलकर देश को आगे बढ़ाना है। आप लोगों ने फिर से मुझ पर जो विश्वास जताया है और जो समर्थन दिया है, मैं मानता हूं भारत के लोकतंत्र की एक बहुत बड़ी ताकत है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपकी आशा-अपेक्षाओं को पूरी करने में परिश्रम करने में कोई कमी नहीं रखूंगा।