महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उत्पीड़न रोकने कार्यशाला में हुआ मंथन
कोरबा। 8 मार्च महिला दिवस के अवसर पर नारी सम्मान महिला अधिकारों व महिला सशक्तिकरण के संबंध में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में जिला उपभोक्ता आयोग की अध्यक्षा रंजना दत्ता व जिला आयोग की सदस्य ममता दास ने भाग लिया। इसी कड़ी में महिला बाल विकास द्वारा आयोजित एक दिवसीय यौन उत्पीड़न कार्यशाला मे विभिन्न विभागों के शिकायत समिति के सदस्यों को यौन उत्पीड़न से संबंधित जानकारी के सबंध में इसके निराकरण को लेकर चर्चा की गई।
महिला बाल विकास की कार्यक्रम अधिकारी प्रीति चखवार ने विस्तार से बताया कि किस किस तरह के हरकतें उत्पीड़न के दायरे में आते हैं और इसके संबंध में किस प्रकार की कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।
ममता दास ने कहा कि गंभीर अपराधो को भी कानूनी रूप से तकनीक कमियों के कारण यौनाचार नही माना जाता है। रंजना दत्ता ने कहा कि कई बार ऐसे प्रकरणों में सामाजिक, पारिवारिक या अन्य तरीकों से दबाव प्रभाव बना कर मामला खत्म किया जाता है।
डिफेंस कौशिल लिगल एड मीनु त्रिवेदी के.द्वारा समिति की कार्यशैली पर विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए उक्त अधिनियम के संबंध में उपस्थित महिलाओं के विभिन्न विधिक सवालों का जवाब दिया।
कार्यक्रम के अंत में श्री रोमेश सिंह, प्रतिधारक अधिवक्ता के द्वारा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हेतु नालसा की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया एवं पैरालीगल वाॅलिंटियर्स के द्वारा उक्त अधिनियम से संबंधित पाम्पलेट का वितरण किया गया।
उक्त अवसर पर महिला एवं बाल विकास अधिकारी जिला कोरबा, जिला कार्यक्रम संरक्षण अधिकारी कोरबा, कोरबा जिला के आंतरिक समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य उपस्थित थे।।इस अवसर पर सुषमा पांडे अध्यक्ष शिकायत समिति व समिति के सदस्यगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।