कौशल सिखौला : क्या क्या करेगा यह मोदी ? आइए , उसकी आलोचना करते हैं ?
लक्षद्वीप के समुद्र पर जाता है तो मालदीव और चीन उबल पड़ते हैं । द्वारिका में भेट द्वारिका के समुद्र में गोता लगाकर आसन बिछाकर श्रीकृष्ण की पूजा आराधना करता है तो भी चीन को मिर्ची लगती है । अरे भाई सारे दुनिया में टूरिस्ट्स का सबसे बड़ा आकर्षण समुद्र है । मोदी यदि जगन्नाथ पुरी , द्वारिका , केरल , गोवा , तमिलनाडु , गुजरात , अंडमान निकोबार और महाराष्ट्र के बीचों के प्रति दुनियाभर के पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं तो खुशियां मनाइए । ऐसे ही तो भारत बनेगा विश्व का सबसे बड़ा समुद्री पर्यटन का केंद्र ? यह अफसोस करने का नहीं , प्रसन्नता का विषय होना चाहिए ।
अनेक भाई लोगों को शिकायत है कि इस मंच पर मोदी की निंदा या आलोचना नहीं की जाती । चलिए आज से आलोचना शुरू करते हैं । सरकारी कामकाज की आलोचना का पहला विषय देश के 50 करोड़ लोगों को मुफ़्त गैस देना और जीरो बैलेंस के 50 करोड़ खाते खुलवाना होना चाहिए क्या ? देश में 60 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति मुफ्त इलाज के लिए 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष खर्च का आयुष्मान कार्ड देना गलत था क्या जो उसकी निंदा की जाए ? देश में सड़कों और फ्लाई ओवर का जाल बिछाकर भारत को संपन्न देशों के समानांतर खड़ा करना गलत है क्या ?
बताइए , आज खुलकर बात करते हैं , बता ही दीजिए । बताइए इनमें से क्या गलत है जिसकी आलोचना शुरू करें । बेशुमार एयरपोर्ट बनाना , नई नई रेल गाड़ियां चलाना , वन्देभारत के बाद बुलेट ट्रेन की तैयारी करना , एक के बाद एक एम्स , आईआईटी , आईआईएम खोलना गलत है क्या ? शायद कश्मीर में आईआईएम , आईआईटी खोलना , खुशहाली लाना , बॉर्डर्स की सुरक्षा करना गलत हो , जिसकी निंदा शुरू की जाए ?
या फिर स्टार्ट अप और यूनिकान के माध्यम उद्योगों की बाढ़ लाना गलत है ? हो सकता है देश में सेना के लिए युद्धक विमान बनाना , सेना के लिए हेलीकॉप्टर , आयुध आदि का निर्माण गलत हो । या फिर 80 करोड़ देशवासियों को मुफ़्त अनाज देना ही गलत होगा फिर ?
जी हां , ये सब काम तो मोदी की निंदा के योग्य हैं ही ? लेकिन असली बात कुछ और भी है । दस साल पहले मोदी ने छद्मवाद का गिरेबान पकड़ कर प्रखर राष्ट्रवाद जगाना शुरू कर दिया ? भला यह भी कोई बात हुई भारत के तीर्थों को कुछ इसकदर सजाया की तीर्थाटन और पर्यटन मिलकर एक ही हो गए ?
इस मोदी ने तो मंदिर मंदिर जाते जाते राम को ही अयोध्या में साकार कर दिया ? सुनते हैं अब काशी मथुरा में शिव और कान्हा को साकार करने की तैयारी यही मोदी कर रहा है ? आओ इस मोदी की भर्त्सना करें , हम सनातन की निंदा करते हैं , यह सनातन का महिमा मंडन करता है ? यह मोदी भारत को विकसित राष्ट्र बनाकर भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का बाद 10 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना चाहता है ?
आओ भाईयो आओ ! हम मोदी की निंदा करते हैं ?