26 जनवरी : वैज्ञानिक सुनीता जेना की नेतृत्व में निकली DRDO की झांकी, महिला सशक्तिकरण की झलक

आज 75वें गणतंत्र दिवस पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की झांकी का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक और निर्देशित मिसाइलों की विशेषज्ञ सुनीता जेना ने किया। बता दें कि उन्होंने STAR श्रृंखला की मिसाइलों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके स्वदेशी तरल रैमजेट विकसित की थी। गौरतलब है कि इस गणतंत्र दिवस पर DRDO की झांकी का विषय “रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता” था।

आज 75वें गणतंत्र दिवस पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की झांकी का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक और निर्देशित मिसाइलों की विशेषज्ञ सुनीता जेना ने किया। बता दें कि उन्होंने STAR श्रृंखला की मिसाइलों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके स्वदेशी तरल रैमजेट विकसित की थी। गौरतलब है कि इस गणतंत्र दिवस पर DRDO की झांकी का विषय “रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता” था।

महिला वैज्ञानिकों ने किया नेतृत्व

महिला वैज्ञानिकों में पी. लक्ष्मी माधवी,आई सुजाना चौधरी और ए.भुवनेश्वरी भी इस झांकी में मौजूद रहीं। ऑयल 30 विकसित सिस्टम और सब सिस्टम को झांकी में MPATGM,ASAT,AGNI,VSHORADS, NASM-SR, HELINA,QRSAM और अस्त्र; LCA तेजस एयरक्राफ्ट; AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली-शक्ति; साइबर सुरक्षा प्रणालियां; कमांड नियंत्रण प्रणाली को प्रदर्शित किया गया।

झांकी में उच्च-स्वदेशी प्रौद्योगिक प्रणालियों का प्रदर्शन

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने रक्षा में आत्मनिर्भरता की खोज में कई स्वदेशी उच्च-प्रौद्योगिकी प्रणालियां विकसित की हैं। आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रगति के लिए एक प्रवर्तक के रूप में, रक्षा अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्रों में डीआरडीओ में महिला वैज्ञानिकों का बहुमूल्य योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
इन उत्पादों के अनुसंधान और विकास में महिलाओं की भागीदारी को 2024 डीआरडीओ की झांकी में प्रदर्शित किया गया। कमान और नियंत्रण प्रणालियों के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। झांकी में सेमीकंडक्टर निर्माण सुविधा और साइबर खतरों से देश की सुरक्षा को भी दर्शाया गया।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रहे मुख्य अतिथि

इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत की। कर्तव्य पथ पर पहुंचने पर राष्ट्रपति मुर्मू का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया। परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया, इसके बाद राष्ट्रगान गाया गया और स्वदेशी बंदूक प्रणाली 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों, जो इस वर्ष के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *