रायपुर विधानसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला.. अरुण साव ने की बिरला के कार्यकाल की प्रशंसा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज शनिवार को रायपुर में विधानसभा परिसर में विधान सभा सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य, लोक सभा के महासचिव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उद्घाटन सत्र में उपस्थित थे। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना भी इस उद्घाटन सत्र में आए।
बिरला ने इस अवसर पर कहा कि, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति और असहमति संसदीय लोकतंत्र की आत्मा है, लेकिन असहमति संसदीय गरिमा और मर्यादा के स्थापित मापदंडों के भीतर व्यक्त की जानी चाहिए। बिरला ने यह भी कहा कि जब राष्ट्रीय हित की बात आती है, तो सभी सदस्यों को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर काम करना चाहिए ।
इसके साथ ही सदन में आसन की गरिमा को सर्वोपरि बताते हुए श्री बिरला ने कहा कि सदन के दोनों पक्षों के सदस्यों को आसन के निर्णयों का सम्मान करना चाहिए। पीठासीन अधिकारी के सम्मान से लोकतांत्रिक संस्थाओं में लोगों का विश्वास मजबूत होगा।
श्री बिरला ने सदस्यों को व्यवधान की रणनीति से दूर रहने के साथ बहस और चर्चा का रास्ता अपनाने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि सदन में सार्थक बहस से लोगों की समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त होगा। श्री बिरला ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि वर्तमान विधान सभा में महिला विधायकों की संख्या पिछली विधानसभा की तुलना में 18 प्रतिशत से बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई है।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इस अवसर पर कहा कि अध्यक्ष के रूप में बिरला ने प्रत्येक सदस्य को अपनी बात कहने का अवसर देकर और सदन में सदस्यों का विश्वास बढ़ाकर लोक सभा में एक नया इतिहास रचा है।
श्री साव ने उनके कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोक सभा अध्यक्ष के रूप में बिरला के कार्यकाल के दौरान संसद के नये भवन का निर्माण किया गया जो अपने आप में एक गौरवशाली और ऐतिहासिक क्षण है। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, डॉ. चरण दास महंत ने स्वागत भाषण दिया। छत्तीसगढ़ सरकार में संसदीय कार्य, शिक्षा, संस्कृति और पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
