बालको बैचिंग प्लांट.. CM भूपेश बघेल कल कोरबा आगमन पर देंगे जांच के निर्देश..? बाबा सिंहदेव के सामने नहीं गलेगी किसी की दाल…

विचित्र स्थिति है कि एक सक्षम विभाग अपने ही विभागीय भूमि पर कब्जा नहीं कर पा रहा है? किन बंधनों से CSEB के अधिकारियों की टीम कसी हुई है?


कोरबा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 29 जुलाई को कोरबा प्रवास पर रहेंगे। यहां मुख्यमंत्री श्री बघेल मेडिकल कालेज के लिए बनने वाले भवन और सीएसईबी पश्चिम में 660 मेगावाट की दो यूनिटों का भूमिपूजन करेंगे व घंटाघर में  जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री के प्रवास को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं।

अपने ग्रुप्स में शेयर कीजिए।

सीएसईबी पश्चिम में विस्तार के साथ ही सीएसईबी पूर्व में भी सीएसईबी की रिक्त पड़ी भूमियों के संबंध में विभागीय जांच के आदेश अगर जारी कर दिए जाऐं तो भविष्य में रिक्त पड़े स्थल पर किसी बड़े प्रोजेक्ट के आने पर उसके क्रियान्वयन में कोई बाधा नहीं आएगी। अन्यथा यहां तो जो जमीन सरकारी है वो जमीन हमारी है की विलक्षण संस्कृति पर काम हो रहा है। विचित्र स्थिति है कि एक सक्षम विभाग अपने ही विभागीय भूमि पर कब्जा नहीं कर पा रहा है? किन बंधनों से CSEB के अधिकारियों की टीम कसी हुई है?


 दौरे को मूर्त रूप देने में असफल विभागीय अधिकारी

जुलाई 2023 में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एसके कटियार दो दिवसीय प्रवास अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र (एबीवीटीपीएस) मड़वा एवं इसके बाद कोरबा भी दो दिवसीय प्रवास पर रहे। इस दौरान अगर मुख्यमंत्री द्वारा कोरबा पश्चिम में 660 मेगावाट की दो यूनिटों के भूमिपूजन उन्हें पूर्व से सूचना रही हो तो CSEB पश्चिम की जमीनों के संबंध में भी जांच के लिए दिशा निर्देश जारी करना चाहिए था ताकि भविष्य में प्लांट की रिक्त पड़ी भूमि पर भूमि से संबंधित अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति निर्बाध रूप से हो सके। विभागीय अधिकारियों का दौरा औपचारिकता पूरी करने तक सिमट कर रह जाता है। श्री कटियार कोरबा पश्चिम में लंबे समय तक अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं और यहां की जमीनी स्तर की बातें उनके संज्ञान में है।


टीएस सिंहदेव हटवाएंगे कब्जा

14 जुलाई 2023 को मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री के साथ ही ऊर्जा विभाग का प्रभार दिया गया है।
यह विभाग पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास था। CSEB की भूमियों पर अतिक्रमण के बिंदु पर सधी कार्यशैली का परिचय देते हुए श्री सिंहदेव से ऊर्जा विभाग से जुड़े लोगों को आस है कि पूर्ण जांच करवाकर उचित कार्यवाही करेंगे।


बैचिंग प्लांट किसकी जमीन पर..?

  • बालको विस्तार के लिए जिस स्थल पर बैचिंग प्लांट स्थापित किया गया है, वह आरंभ से ही विवादों में रहा। लगभग 6 माह पूर्व नगर पालिक निगम, कोरबा द्वारा कार्यवाही करते हुए इस पर सील लगा दिया था।

  • बैचिंग प्लांट की जमीन सूत्रों के अनुसार CSEB पूर्व की है और ऐसे में CSEB पूर्व के प्रबंधन के द्वारा विगत लगभग 12 महीनों से चुप्पी साधे रखना अनेक संदेहों को जन्म देता है। प्रश्न अब यह उठता है कि अगर जमीन CSEB पूर्व की है तो क्या अब CSEB प्रबंधन भी कार्यवाही करने के लिए आगे आएगा ? अगर जमीन CSEB की है तो अपनी जमीन पर कब्जे के लिए कार्यवाही करने में झिझक क्यों?

  • उल्लेखनीय है जनवरी 2023 तक नगर पालिक निगम, कोरबा के साकेत भवन से लगभग 1500 मीटर की दूरी पर लगभग लगभग 6 महीनों तक चेकपोस्ट के पास लगभग 400 मीटर की दूरी में फैले बैचिंग प्लांट में लगातार काम चल रहा था लेकिन निगम के संबंधित विभाग के अधिकारियों की आंखें बंद पड़ी हुई थी जबकि बालको में भी निगम का जोन कार्यालय है और लगातार निगम के अधिकारियों का आवागमन बैचिंग प्लांट से मात्र 10 मीटर की दूरी पर लगे सड़क से लगातार बना रहता है। इस पर।सील लगाया गया और उसके बाद पुनः स्थिति यथावत…आखिर क्यों???

बालको.. बैचिंग प्लांट.. करोड़ों ₹ के नुकसान पर CSEB की चुप्पी..? किसके भूस्वामित्व के आधार पर निगम प्रशासन देगा संचालन की अनुमति.. सरकार किसी की हो सिस्टम हमारा है… http://veerchhattisgarh.in/?p=10465

-चित्र इंटरनेट से साभार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *