5G..चीनी कंपनी हुवावे को बड़ा झटका
दुनियाभर में जासूसी के आरोपों को लेकर घिरी चीन की दूरसंचार उपकरण बनाने वाली कंपनी हुवावे के लिए भारत से बेहद बुरी खबर है। भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी जियो ने घरेलू तकनीक से 5जी सॉल्यूशन विकसित कर लिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने आज इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि Jio5G सॉल्यूशन दूसरे देशों को निर्यात किया जाएगा।रिलायंस की 43वीं एजीएम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि जैसे ही सरकार 5जी.सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम का ऐलान कर देगी, जिओ 5जी सेवाओं को ट्रायल के लिए शुरू कर दिया.जाएगा। उन्होंने कहा कि जियो 5जी का फील्ड.डिप्लायमेंट अगले साल से शुरू हो जाएगा। मुकेश.अंबानी ने कहा कि जियो का 5जी सॉल्यूशन अन्य टेलिकॉम ऑपरेटरों के लिए भी उपलब्ध होगा।
मुकेश अंबानी ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब पूरी दुनिया में हुवावे के खिलाफ आवाज उठने तेज हो गई है। पिछले दिनों अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने जिओ की तारीफ की थी। उन्होंने
कहा था कि जिओ साफ सुथरी दूरसंचार कंपनी है।
2017 से सतर्क थी सरकार
अमेरिका और ब्रिटेन चीन के हुवावे को पहले ही सुरक्षागत कारणों से प्रतिबंधित कर चुके हैं।
विपक्ष विचारधारा के लोग चीनी एप्प बंद करने को सेना के टकराव का भारत सरकार का जवाबी हमला बोल कर भले ही कुछ भी सवाल-जवाब करते रहें जबकि इस साइबर सुरक्षा के मामलों को लेकर सरकार कारवाई करने की तैयारियों में 2017 से ही डाटा जुटा रही थी।
साइबर विशेषज्ञों ने काफी अरसे पूर्व लगभग वर्ष 2017 में आगाह किया था कि देश की साइबर सुरक्षा पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘कैशलेस इकॉनमी’ जैसे महत्वाकांक्षी अभियानों के भविष्य पर रैंसमवेयर ‘वानाक्राई’ की तरह साइबर हमले का खतरा बना रहेगा।
साइबर विशेषज्ञों को उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली थी, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप के दुरुपयोग के बारे में कई रिपोर्ट शामिल हैं। 2017 में इन रिपोर्टों में कहा गया था कि ये एप ‘‘उपयोगकर्ताओं के डेटा को चुराकर, उन्हें भारत के बाहर स्थित सर्वर को अनधिकृत तरीके से भेजते हैं।’’