परीक्षा पे चर्चा : PM मोदी बोले ‘आदतन आलोचना करने वालों पर ध्यान मत दीजिए’
सोशल मीडिया और स्मार्ट गैजेट्स के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से संबंधित एक प्रश्न के प्रतिउत्तर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ उपयोगी सुझाव देते हुए कहा, “सबसे पहले तो आपको यह निर्णय करना है कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट हैं। कभी-कभी आप खुद से ज्यादा स्मार्ट अपने गैजेट को मान लेते हैं और गलती वहीं से शुरू होती है।आप जितना स्मार्टली गैजेट का इस्तेमाल करेंगे उतने ही अच्छे परिणाम मिलेंगे।”
प्रधानमंत्री ने इस मध्य अभिवावकों को भी सलाह देते हुए उन्होंने कहा, “आदतन आलोचना करने वालों पर ध्यान मत दीजिए। हमें अपना फोकस कभी छोड़ना नहीं चाहिए। मां-बाप से भी मेरा आग्रह है कि टोका-टोकी के जरिए आप अपने बच्चों को ‘मोल्ड’ नहीं कर सकते। हर मां-बाप अपने बच्चों का सही मूल्यांकन करें और बच्चों के भीतर हीन भावना को ना आने दें।”
सहज रूप से रहकर तनाव को दूर करने की सीख देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है, आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं,उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं।” पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि दबाव में न रहें। सोचें, विश्लेषण करें, कार्य करें और फिर जो आप चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
प्रधानमंत्री मोदी से चर्चा में बस्तर के स्वामी आत्मानंद स्कूल के छात्र रूपेश कश्यप ने पीएम मोदी से अंग्रेजी में प्रश्न किया ” जो परीक्षा में चीटिंग करते है इससे कैसे बचा जाए? इस प्रश्न पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि, कुछ शिक्षक बच्चों को नकल करने में समर्थन करते हैं, प्रधानमंत्री ने कहा, अब जिंदगी बदल चुकी है, यह आवश्यक है कि एक परीक्षा से निकले मतलब जिंदगी निकल गई संभव नहीं है, नकल करने वाले एक दो परीक्षा तो निकाल लेंगे, लेकिन जिंदगी नहीं पार कर पाएंगे। उन्होंने कहा, परीक्षा में नकल की तो आगे चलकर जिंदगी में फंसे रहेंगे। जो विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते हैं उनकी मेहनत जिंदगी में रंग लाती है और सफलता मिलती है।”
