टीम कलेक्टर है तो मुमकिन है..10 माह बनाम एक दिन का वैक्सिनेशन.. ऐतिहासिक है कोरबा के लिए आज का दिन..1 लाख का आंकड़ा पार…
निश्चित रूप से जिला कलेक्टर श्रीमती रानू साहू और उनकी पूरी टीम अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा के रूप में उभरकर सामने आई है। कहां तो लक्ष्य था कोविड से लड़ने के लिए जिले भर में एक लाख वैक्सिनेशन का लेकिन यह आंकड़ा भी पार हो गया है और इसके साथ ही आज का दिन ऊर्जानगरी के इतिहास में दर्ज हो गया है। दूरस्थ आदिवासी अंचल तक इसका लाभ कलेक्टर के कुशल मार्गदर्शन में पूरी टीम ने पहुंचाया है।
16 जनवरी 2021 से जिले में टीकाकरण की शुरुआत हुई और तब से लेकर 13 नवंबर 2021 तक लगभग 10 महीनों में कोविड संक्रमण पर लगाम कसने के लिए 18 वर्ष से अधिक उम्र के छह लाख 89 हजार 655 लोगों को कोरोना टीके की पहली डोज दी जा चुकी थी। अनुमानित लक्ष्यानुसार यह जिले में 76.27 प्रतिशत है। इसी तरह तीन लाख 36 हजार 879 लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक भी ले ली थी।
ऊर्जानगरी कोरबा में अपनी पदस्थापना के साथ ही कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने अपने प्राथमिक कार्यों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर स्पष्ट कर दिया था कि इन विषयों को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और किसी के पास कोई जनहितकारी सुझाव है तो बेझिझक बता सकता है।
अपनी दूसरी प्राथमिकता में उन्होंने स्वास्थ्य को रखा था। इसके तहत दूरस्थ ग्रामीणांचलों में व्यापक स्तर पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए और जिले के बाहर के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ग्रामों तक पहुंचाया।
इसी कड़ी में कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सभी जिलेवासियों से कोरोना टीकाकरण में प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने तथा स्वयं टीका लगवाकर अन्य दूसरे लोगों को भी टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की और इस अपील का सकारात्मक असर आज हुए वैक्सिनेशन में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया है।
आशा है कि जल्द ही कोरबा जिला भी कोरोना टीकाकरण के मामले में शत-प्रतिशत वैक्सीनेटेड जिले की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।
जिले में आज आज शाम तक कोविड वैक्सीनेशन महाभियान के दौरान जिले में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों को वैक्ससिनेेट किया जा चुुका है।
ताजा आंकड़ों के अनुसार जिले में 01 लाख 05 हजार 752 लोगो का टीकाकरण किया गया है, जिसमें शहरी क्षेत्र में 20100 और ग्रामीण इलाक़ों में 85652 लोगों को कोविड टीका लगा चुका है और दो विकासखंडों में अभी भी टीकाकरण जारी है।
शहरी – 20100
कोरबा – 16123
कटघोरा – 9298
करतला – 17194
पाली -21706
पोड़ी-उपरोड़ा – 21331
इस प्रकार से एक लाख से भी अधिक लोगों को एक ही दिन में कोविड का टीका लगाया जा चुका है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने एक दिन में इतनी अधिक संख्या में लोगों को कोरोना का टीका एक साथ लगाने के अभियान की सफलता पर स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास सहित इस अभियान से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
- 16 जनवरी 2021 से जिले में टीकाकरण की शुरुआत हुई और तब से लेकर 13 नवंबर 2021 तक लगभग 10 महीनों में कोविड संक्रमण पर लगाम कसने के लिए 18 वर्ष से अधिक उम्र के छह लाख 89 हजार 655 लोगों को कोरोना टीके की पहली डोज दी जा चुकी थो। अनुमानित लक्ष्यानुसार यह जिले में 76.27 प्रतिशत है। इसी तरह तीन लाख 36 हजार 879 लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक भी ले ली थी।
नए साल के पहले दिन तक जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाने का महाभियान आज 18 नवंबर गुरूवार को शुरू हुआ। स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन ने इसकी पूरी तैयारी करते हुए जिले में एक साथ एक दिन में एक लाख लोगों को कोविड टीका लगाने के लिए 562 टीकाकरण केन्द्र बनाए और टीकाकरण के इस महाअभियान टीकाकरण के इस महाभियान में स्वास्थ्य तथा प्रशासन के साढ़े तीन हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी सहभागीता दर्ज कराई।
टीकाकरण महाभियान में मोबाइल मेडिकल यूनिट ने गांव-गांव पहुंच लोगो को वैक्सीनेट किया गया। ऐसे में टीकाकरण केंद्र तक जो लोग नहीं पहुंच पाए लोगो के लिए यह बड़ी सुविधा साबित हुई। कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही कोरबा जिला प्रशासन की लड़ाई में मोबाइल मेडिकल यूनिट का बड़ा सहारा मिला ।
टीकाकरण के इस महाभियान में शासकीय अमले के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी सक्षम सहभागिता निभाई है। शहर में महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कई टीकाकरण केन्द्रों का मुआयना किया और लोगों को कोरोना से बचने के लिए स्वयं टीका लगवाने तथा अपने स्नेहीजनों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया। स्काउट्स एवं गाइड्स, जिला कोरबा ने भी अपनी सहभागिता इस अभियान में दी।
नगर निगम आयुक्त ने जिले भर में इस अभियान से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य सभी शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों की जमकर हौसला अफजाई की तथा उन्हें निर्धारित लक्ष्य पाने के लिए प्रोत्साहित किया।