खास खबर : पीएम मोदी कोरबा जिला चिकित्सालय को ननकीराम कंवर की पहल पर देंगे ऑक्सीजन प्लांट की बड़ी सौगात..!
पूर्व में पीएम केयर फंड के तहत 100 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने की हो चुकी है घोषणा
भारत में जिस गंभीरता से संकटकाल में ऑक्सीजन की आपूर्ती की जा रही है शायद ही विश्व में ऐसा कोई देश इतना शानदार प्रबंधन कर पाया हो। विरोधियों की काल्पनिक भगदड़ केवल सरकार के प्रयास को असफल बताने का मात्र उद्देश्य है !
ऐसे में जबकि हर तरफ हाहाकार मच रहा हो। जिम्मेदारी तो विपक्ष की भी बनती थी। विपक्ष ने कौन सी भूमिका सही तरीके से निभाई ? लेकिन अब तीर अपनी कमान से छूट गया है और लेने वालों ने पूरी जिम्मेदारी के साथ ले भी लिया है, दूसरों की तरह कोई बहाना नही किया कि रुपये पेड़ पर नही उगते।

देश में कई राज्य कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बड़ा फैसला लिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई कि देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुरूप, पीएम केयर फंड ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के अंदर 551 समर्पित ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए धन के आवंटन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व पीएम केयर फंड के तहत 100 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने की घोषणा की गई थी और 50 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त मेडिकल ऑक्सीजन के आयात को भी मंजूरी दी गई थी।
कोरोना पर नियंत्रण पाने के साथ ही भविष्य में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए यह एक बड़ा फैसला है, जिससे देश भर के जिससे जिला चिकित्सालयों में अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। उल्लेखनीय है कि पूरे देश में 726 जिले हैं।
छत्तीसगढ़ के 27 जिलों के मध्य कोरबा औद्योगिक नगरी बेहद प्रदूषित शहर है और जिले में एसईसीएल, विद्युत कंपनी, बालको, लैंको, एनटीपीसी जैसी बड़ी औद्योगिक संस्थानों के अलावा बड़ी संख्या में लघु उद्योग संचालित हैं। इन उद्योगों से होने वाले प्रदूषण के कारण कई गंभीर बीमारियों से यहां के निवासियों को जूझना पड़ता है। कोरबा जिला चिकित्सालय में भी अगर पीएम केयर फंड से ऑक्सीजन प्लांट लग जाए तो जिले की दिन-प्रतिदिन की मेडिकल ऑक्सीजन जरूरतों को पूरा करेगी। आदिवासी अंचल होने के कारण निर्धन परिवार ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपने आपको असहाय महसूस करते हैं। इस सुविधा के उपलब्ध हो जाने पर उनको भटकना नहीं पड़ेगा और नीजि हॉस्पिटल की शरण में जाकर अपने जमीन-जेवरात बेचने से सदा के लिए मुक्ति पा जाएंगे।
पहले भी केंद्र सरकार ने मानी है ननकीराम की मांग
प्रदेश के कद्दावर भाजपा नेता पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर अगर इस दिशा में पहल करते हैं तो केंद्र सरकार द्वारा जारी इस योजना में कोरबा जिला चिकित्सालय को ऑक्सीजन प्लांट की सौगात मिल सकती है।
उल्लेखनीय है कि बाईपास कटघोरा से कोरबा-चांपा के बीच 65 किलोमीटर नेशनल हाइवे की फोरलेन सड़क जिसका निर्माण 999.97 करोड़ रुपये से होना है। पूर्व में भी श्री कंवर की मांग पर इसे केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने इसकी मंजूरी दी थी, जिसमें पहले चरण में उरगा से सरईपाली के बीच सड़क का निर्माण होगा और दूसरे चरण में उरगा से कटघोरा के बीच सड़क बनेगी।


