दीपावली पर्व पँचदिवसीय शुभ मुहूर्त
*कपिल व्यास सिरियारी* (+91 820 927 6807)
13 नवम्बर शुक्रवार
इस दिन धनत्रयोदशी सन्ध्या 5:59 तक है, सो क्रय आदि इस समय से पूर्व करें।श्री धन्वन्तरि पूजन, धनतेरस,श्री कुबेर पूजन, यम दीपदान, तिजोरी पूजन, नए बर्तनों आभूषणों की खरीदारी के लिए शुभ है।
इस दिन विधिवत कुबेर जी का पूजन, उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करें और गल्ला तिजोरी का पूजन करें।

प्रातः लाभ वेला-8:15 से 9: 37 तक
प्रातः अमृत वेला- 9:37 से 10 : 59 तक
दोपहर शुभ वेला- 12: 21 से 1: 43 तक
लग्न अनुसार…
तुला लग्न :: लक्ष्मी अधिपति शुक्र का लग्न होने से इस लग्न में जप पूजन का भी अति महत्व है।
तुला लग्न प्रातः 4: 53 से 7: 10 तक

होरा अनुसार::
शुक्र होरा:: प्रातः:: 6: 53 से 7: 48 तक
बुध होरा::: प्रातः 7: 48 से 8: 42 तक
चन्द्र होरा:::प्रातः 8 : 42 से 9:37 तक
इस दिन शिवलिंग का अभिषेक भी अत्यंत पुण्यदायी ओर सुखदायक होता है।
यम दीपदान::
13 नवम्बर को संध्या 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक, घर के बाहर दीपक की लो दक्षिण दिशा की तरफ कर, वो दीपक किसी अन्न से भरे पात्र में रखा जाता हैंऔर यह प्रार्थना की जाती है कि यमदेव आपकी कृपा से मेरे घर मे कोई अकाल मृत्यु न हो।
काली चौदश, नरक चतुर्दशी
13 नवम्बर को सन्ध्या 6 बजे उपरांत अनेक लोग इस रात्रि में हनुमान जी और काली माता की विधिवत पूजन करते हैं।
*महालक्ष्मी पूजन महूर्त*
14 नवम्बर ,दीपावली, शनिवार
श्री महालक्ष्मी पूजन में एक चार बत्ती वाला पूजन लगाया जाना चाइए, पूजन में केसर हल्दी का प्रयोग श्री कारक, रात्रि में श्री सूक्त, कनकधारा स्त्रोत पाठ, श्री पुरुष शुक्त पाठ, सम्पुटित महालक्ष्मी मन्त्रो के साथ श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ, ओर श्री दुर्गा जी के अर्गला स्त्रोत का पाठ, श्री कारक पाठ करें।
अमृत वेला::दोपहर 3:05 से 4:26 तक
लाभ वेला:: सन्ध्या 5:48 से 7:26 तक
स्थिर वृषभ लग्न पूजन:: संध्या 5:49 से 7:46 तक
रात्रि शुभ वेला–9:05 से 10:43 तक
रात्रि अमृत वेला–10:43 से 12:21 तक
स्थिर सिंह लग्न पूजा–रात्रि 12:18 से 2:32 तक
प्रातः लाभ वेला–5:16 से 6: 15 तक
दीपावली पूजन आरती –15 नवम्बर प्रातः9 : 38 से 10:36 मध्य
15 नवम्बर रविवार ,अन्नकूट, श्री गोवर्धन पूजन
सुबह 10: 36 तक अमावस्या हैं सो पूजन इस समय पश्चात करें।
16 नवम्बर यम द्वितीया भाई दूज।

