CSEB प्लांट पूर्व : नीलामी के लिए टेंडर जारी…

सभी इकाइयों के बंद होने की स्थिति में अधिक क्षमता का नया पावर प्लांट निर्माण किया जाना इसका बेहतर विकल्प हो सकता है ..बंद पड़ी 4 इकाइयों के स्क्रैप नीलामी का टेंडर मंडल द्वारा जारी कर दिया गया है। इसके लिए 3 करोड़ रुपये की ऑनेस्ट मनी जारी किए गए टेंडर में उल्लेखित है।
सीएसईबी पूर्व की  50-50 मेगावाट की इकाइयों से प्रदूषण कारणों से वर्ष  1966,,1967,1968, की इकाइयों से उत्पादन लंबे अरसे से बंद है। 50 मेगावाट की वर्ष 1976 व 1981 में लगी यूनिट ही वर्तमान में प्रचालन में है।50-50 मेगावाट की चार इकाइयों के पूरी तरह बंद होने से प्लांट की क्षमता अब 240 मेगावाट हो गई है। बंद पड़ी 4 इकाइयों के स्क्रैप नीलामी का टेंडर मंडल द्वारा जारी कर दिया गया है। इसके लिए 3 करोड़ रुपये की ऑनेस्ट मनी जारी किए गए टेंडर में उल्लेखित है।
जानकारों के अनुसार सभी इकाइयों के बंद होने की स्थिति में अधिक क्षमता का नया पावर प्लांट निर्माण किया जाना इसका बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि नहर, कॉलोनी, सड़क, कोयला खदान, रेलवे का सारा प्लेटफॉर्म मौजूद है ही। बस थोड़े अतिरिक्त प्रयास से स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार उपलब्ध होने के साथ ही बाजार में भी इसका सकारात्मक प्रभाव दिखेगा।

Ngo कर सकते है विरोध

नीजि पॉवर प्लांट कितना भी प्रदूषण करें या मानकों के विपरीत काम करे। लोगों की नजरें वहां नही पड़ती। हो सकता है प्लांट के नए सेटअप की बात भविष्य में सामने आए तो सेटिंग्स में कुछ ngo विरोध में खड़े हो जाएं।