कौशल सिखौला : राहुल गांधी.. अब सैम पित्रोदा के बयान में चीन के लिए क्या है..?

सैम पित्रोदा बोले कि भारत को चाहिए कि वह चीन को दुश्मन मानना बंद कर दे ? अंकल सैम तो यह बताइए कि भारत यदि उसे मित्र माने तो दुश्मन किसे माने ? राहुल गांधी ही नहीं सोनिया गांधी का चीन प्रेम सब जानते हैं । चीन ने समय समय पर भारत को बड़े दर्द दिए है । पित्रोदा शायद नेहरू के जमाने में चीन द्वारा 1962 में दिया भारत का सबसे बड़ा दर्द भूल गए ? और हां , चीन को यदि दुश्मन न मानें तो राहुल गांधी बार बार क्यों कह रहे हैं कि चीन लद्दाख में घुस आया और भारत को खबर भी नहीं ?

इस तरह तो कांग्रेस के ओवरसीज अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने राहुल को ही नसीहत दे डाली ? बोले चीन से सीमा पर कोई खतरा नहीं । कुछ लोग यूं ही बॉर्डर की सामान्य हलचल को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहे हैं । उनके इस बयान से कांग्रेस में हलचल मच गई
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कांग्रेस की ओर से पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया । बयान को निजी बयान बताते हुए कहा कि कांग्रेस उनके बयान के साथ नहीं है ।

Veerchhattisgarh

कांग्रेस के असली मालिक राहुल गांधी जब बार बार कह रहे हैं कि चीन भारत में घुस आया तो किसी कांग्रेसी में इतनी हिम्मत कहां कि कोई उनकी बात को गलत ठहराए ? अब हों तो हों वे राजीव गांधी के मित्र या इंदिरा जी के शिष्य ! उन्हें वही कहना चाहिए जो दरबार कहता है जो घर बार कहता है । राहुल गांधी अमेरिका जाकर और संसद में भी कह आए हैं कि सरकार बेखबर है , चीन ने भारतीय बॉर्डर पर गाँव बसा लिए हैं । तो सैम की क्या मजाल जो चले उन्हें भी गलत साबित करने ? फिर चीन को दुश्मन न मानने की नसीहत पित्रोदा किसे दे रहे हैं ? सरकार को या कांग्रेस को ?

मिस्टर पित्रोदा दक्षिण भारतीयों को काला बताने के जुर्म में आपसे अध्यक्ष पद छीन लिया गया था । बड़ी मुश्किल से वापस मिला था । अबकी बार तो आपने बड़ी हिमाकत कर दी जो दरबार और युवराज को ही गलत ठहरा दिया ? मियां संभालो कुर्सी । आपने अमेरिका में जार्ज सोरस से राहुल गांधी के कार्यक्रम फिक्स कराए थे । उन्हें मंच उपलब्ध कराया था । वे वहां से चीन पर बयान देते देते वापस लौटे थे । यह आयोजन कराकर नतमस्तक होने के फलस्वरूप आपको कांग्रेस ओवर सीज अध्यक्ष पद भेंटस्वरूप लौटाया गया था ।

पर यह क्या किया ? आपने तो राहुल गांधी के ज्ञान भंडार का ही भंडा यह कहकर फोड़ दिया कि चीन बॉर्डर पर इस समय कुछ भी गलत नहीं । नतीजा यह कि दरबार और दरबारी भड़क उठे , सैम के बयान से पल्ला झाड़ बैठे । सैम के बयान की बीजेपी ने सख्त भर्त्सना की है । चीन ने सबसे बड़ा दर्द तो नेहरू के जमाने में दिया था देश को । हमारी हजारों किमी जमीन चीन ने 1962 में कब्जा ली थी । चीन हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है । पाकिस्तान भी उसी के दम पर जिंदा है । देश को सैम पित्रोदा की किसी नसीहत की जरूरत नहीं । यह नया भारत है जो अपने दुश्मनों को पहचानता भी है और उनसे अच्छी तरह निपटना जानता भी है ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *