108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ 1 से 4 जनवरी तक कुसमुंडा प्रज्ञापीठ में..आज निकली भव्य कलश यात्रा
कोरबा।भारतीय संस्कृति में यज्ञ अनुष्ठान से हम प्रकृति के साथ ही सनातन परंपरा की जड़ों से जुड़ते है। प्राचीन ऋषियों ने यज्ञ को अंतर्मन की सुचिता और शांति के साथ ईश्वरीय सत्ता के प्रति आदरभाव दर्शाने के लिए एक मध्यम के रूप में अंगीकार किया था। यज्ञ से हमारी बौद्धिक विकास होता है और सांस्कृतिक चेतना सुदृढ़ होती है।
इन्हीं विचारों को आमजनमानस तक पहुंचाने के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में 1 जनवरी से 4 जनवरी 2025 तक कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में गायत्री प्रज्ञापीठ कुसमुंडा कोरबा में संपन्न होने वाले शक्ति संवर्धन 108 कुण्डीय राष्ट्र जागरण अभियान गायत्री महायज्ञ में आज अंचल के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने सहभागिता की।
इस आयोजन को सफलता पूर्वक संपन्न करने के लिये कोरबा जिला के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे गायत्री परिवार के लोग जुटे हुए हैं।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में कुसमुंडा में आयोजित महायज्ञ का शुभारंभ 1 जनवरी को भव्य मंगल कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ।1501 बहनों ने सिर पर कलश धारण किया तथा कलश यात्रा में 101 भाई/बहन अपने सिर में सद्ग्रन्थ धारण किये।
साथ में कोरबा जिला के गायत्री परिवार के समर्पित कार्यकर्ता भजन कीर्तन मंडली,आकर्षक झांकयों, बैंड पार्टी, कर्मा पार्टी के साथ कलश यात्रा में चलकर पुण्य लाभ अर्जित करते हुए आमजनों में आध्यात्मिक चेतना का जागरण किया। यह कलश यात्रा कालोनी, सरस्वती शिशु मंदिर रोड, हनुमान मंदिर चौक, कबीर चौक का चक्कर काटती हुई प्रज्ञापीठ कुसमुण्डा के पास निर्मित 108 कुण्डीय यज्ञ शाला में पहुंची। कलश यात्रा से पूर्व कलश का विधिवत पूजन शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे टोली नायक परमेश्वर साहू की विशेष टोली द्वारा करवाया गया तथा कलश यात्रा के समापन के बाद कलश की आरती उतारी गई।
कल द्वितीय दिवस के कार्यक्रम में प्रात: 08 बजे से दोप.12 बजे तक शांतिकुंज हरिद्वार से पधारी विशिष्ट टोली द्वारा देवपूजन एवं 108 कुण्डीय महायज्ञ, दोप. 02 बजे से 03 बजे तक कार्यकर्ता गोष्ठी, दोप.03 बजे से 05.30 बजे तक विवाह संस्कार तथा शाम 05.30 बजे से 08 बजे तक संगीत एवं जीवन को कल्याणकारी मार्ग पर प्रेरित करने वाला प्रेरणाप्रद प्रवचन का कार्यक्रम होगा।
108 कुण्डीय राष्ट्र जागरण अभियान गायत्री महायज्ञ में पूरे प्रांत से गायत्री परिवार के सैकड़ों साधक शामिल हुए हैं जो आयोजन के माध्यम से आमजनों में आध्यात्मिक विषयो पर जागृति लाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।