न्याय यात्रा पर विहिप ने दागा प्रश्न.. वर्ष 2011 में कांग्रेस के लक्षित हिंसा अधिनियम को लेकर मांगा जवाब
★बहुसंख्यक समाज के साथ अन्याय करने का फैसला लेने वाली कांग्रेस पार्टी के न्याय यात्रा का विश्व हिंदू परिषद ने किया विरोध
★ पूछा “यह न्याय यात्रा क्या उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए है?”
कोरबा। वायनाड से कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 11 फरवरी की न्याय यात्रा के छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में आगमन को लेकर विश्व हिंदू परिषद कोरबा द्वारा वर्ष कांग्रेस के शासनकाल में 2011 में लाए गए विधेयक को लेकर प्रश्न खड़ा किया गया है।
.
इस विषय पर विश्व हिंदू परिषद जिला कोरबा द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से एकमात्र प्रश्न करती है कि जो पार्टी आज तक बहुसंख्यक धर्म के मानने वालों के साथ सदैव ही अन्याय करने का कार्य करते आ रही है, आज उसे इस यात्रा की आवश्यकता क्यों पड़ी?
.
सर्वज्ञात तथ्य के साथ हमारा प्रश्न यह भी है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा यू पी ए शासनकाल में 2011 में साम्प्रदायिक और लक्षित हिंसा निवारण विधेयक लाया गया था, जिसका बहुसंख्यक हिंदुओं के द्वारा भरपूर विरोध होने के कारण उसे पास नहीं किया जा सका था।
अतः राहुल जी से सीधे एक सवाल है कि इस अधिनियम के माध्यम से एक विशिष्ट समुदाय को बहुसंख्यक हिंदुओं के विरुद्ध एक सशक्त हथियार देने का प्रयास करने वाली कांग्रेस पार्टी की यह न्याय यात्रा क्या उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए है?
विहिप के जिला मंत्री विजय कुमार राठौर ने इस संबंध में कहा है कि कांग्रेस की यह न्याय यात्रा ढकोसला के अलावा कुछ नही है।
तत्कालीन वर्ष 2011 का कांग्रेस का प्रस्तावित अधिनियम लिंक में